काठमांडू, 27 मार्च नेपाल की राजधानी से भारत के बिहार राज्य के रक्सौल तक रेलवे की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) अंतिम चरण में है। नेपाल के उप प्रधानमंत्री एवं भौतिक आधारभूत संरचना और परिवहन मंत्री नारायण काजी श्रेष्ठ ने बताया किया कि भारत ने इस परियोजना के रिपोर्ट के बारे में सूचित किया है। एक महीने के अंदर डीपीआर रिपोर्ट तैयार कर ली जाएगी।
आज मंत्रालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में श्रेष्ठ ने उम्मीद जताई कि नेपाल को एक महीने के भीतर डीपीआर मिल जाएगा। उन्होंने कहा कि भारत ने सूचित किया है कि प्रस्तावित काठमांडू रक्सौल रेलवे की डीपीआर एक महीने के भीतर तैयार कर ली जाएगी।
भारत सरकार ने भारत के बिहार राज्य के रक्सौल से नेपाल की राजधानी काठमांडू तक बनने वाले रेलवे को बहुत महत्व दिया है। यह देखा गया है कि बारा में निजगढ़ होते हुए रक्सौल से काठमांडू आने के दौरान भौगोलिक रूप से जटिल पहाड़ होने के कारण रेलवे निर्माण चुनौतीपूर्ण और खर्चीला होगा।
नेपाल और भारत के बीच 8 अक्टूबर, 2021 को काठमांडू-रक्सौल रेलवे की (डीपीआर) में एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। इस बात पर भी सहमति बनी कि भारत इस परियोजना में पैसा भी लगाएगा।
भारत पहले ही प्रारंभिक इंजीनियरिंग और यातायात सर्वेक्षण रिपोर्ट नेपाल को दे चुका है। भारतीय कंपनी केआरसीएल द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट के मुताबिक, रेलवे की लंबाई 136 किलोमीटर होगी जिसके 40 किलोमीटर हिस्से में सुरंग होगी जबकि 35 पुल बनेंगे।