प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत न केवल भविष्य के बारे में वैश्विक चर्चाओं का केंद्र बन चुका है, बल्कि इन चर्चाओं का नेतृत्व भी कर रहा है।
कल दिल्ली में एक मीडिया हाउस द्वारा आयोजित शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए श्री मोदी ने कहा कि भारत को वैश्विक स्तर पर वह स्थान प्राप्त हुआ है, जो पहले कभी नहीं मिला था। उन्होंने यह भी कहा कि भारत पर विश्वास अब पहले से कहीं अधिक मजबूत है, चाहे वह प्रमुख राष्ट्र हों या वैश्विक मंच पर।
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि भारत 2014 से तेजी से विकास की दिशा में बढ़ रहा है और महज एक दशक में भारत दुनिया की शीर्ष पांच अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हो गया है। उन्होंने विश्वास जताया कि भारत आने वाले वर्षों में तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।
श्री मोदी ने यह भी कहा कि भारत ने पहले तीन औद्योगिक क्रांतियों को छोड़ दिया, लेकिन चौथी क्रांति में वह दुनिया के साथ आगे बढ़ने के लिए पूरी तरह तैयार है।
इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि उनकी सरकार ने व्यापार के डर को समाप्त करके व्यापार करने में आसानी को बढ़ावा दिया है और निजी क्षेत्र को भारत के विकास के प्रमुख भागीदार के रूप में देखती है।