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नशे, मोबाइल और रील की लत से मुक्त युवा ही बना सकते हैं विकसित भारत: डॉ. मनसुख मांडविया

Date : 19-Jul-2025

वाराणसी, 19 जुलाई । केंद्रीय युवा मामले एवं खेल तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने शनिवार को कहा कि भारत तभी विकसित राष्ट्र बन सकता है, जब युवा पीढ़ी नशे, मोबाइल और रील की लत से मुक्त हो। उन्होंने कहा कि युवाओं को नशे की आदतों से दूर रखना केवल सरकार की नहीं, बल्कि पूरे समाज की जिम्मेदारी है। धार्मिक और सामाजिक क्षेत्र के नेताओं को नशा विरोधी अभियान का हिस्सा बनना चाहिए। डॉ. मांडविया वाराणसी के सिगरा स्थित रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में युवा मामले और खेल मंत्रालय और माई भारत मंच के सहयोग से आयोजित दो दिवसीय 'युवा आध्यात्मिक शिखर सम्मेलन' के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे। सम्मेलन का मुख्य विषय था — 'विकसित भारत के लिए नशामुक्त युवा'। सम्मेलन में देशभर से 122 आध्यात्मिक और सामाजिक-सांस्कृतिक संगठनों के 600 से अधिक युवा प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि "नशा, युवाओं के सामने एक गंभीर खतरा बनकर उभर रहा है। यह न केवल उनके भविष्य को, बल्कि देश की प्रगति को भी अवरुद्ध करता है।

हमें केवल कुछ शिविरों या सीमित अभियानों से संतुष्ट नहीं होना चाहिए, बल्कि इसके लिए एक जन आंदोलन खड़ा करना होगा।"प्रत्येक नागरिक कम से कम पांच अन्य लोगों को नशा विरोधी अभियान में शामिल होने के लिए प्रेरित करने का संकल्प ले। डॉ. मांडविया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 15 अगस्त 2022 को लाल किले से दिए गए 'अमृत काल' के पंच प्रण का हवाला देते हुए कहा कि 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में युवाओं की भूमिका निर्णायक होगी। देश की 65फीसदी आबादी 35 वर्ष से कम उम्र की है, और इस जनसांख्यिकीय लाभ को तभी उपयोगी बनाया जा सकता है जब युवा शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहें। उन्होंने कहा कि युवाओं को केवल लाभार्थी नहीं, बल्कि "राष्ट्र निर्माण के परिवर्तनकर्ता" के रूप में देखा जाना चाहिए। सम्मेलन में केंद्रीय श्रम एवं रोजगार तथा युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया के अलावा केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल राज्य मंत्री रक्षा निखिल खड़से, उत्तर प्रदेश के खेल मंत्री गिरीश यादव, प्रदेश के समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण और प्रदेश के उत्पाद शुल्क एवं निषेध राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नितिन अग्रवाल भी भाग ले रहे हैं। दो दिवसीय शिखर सम्मेलन का समापन रविवार को काशी घोषणापत्र के विमोचन के साथ होगा।

 
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