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लोकसभा चुनाव : बिहार के पटना साहिब से भाजपा उम्मीदवार रविशंकर को टक्कर देंगे अंशुल अविजित

Date : 23-Apr-2024

 पटना (बिहार), 23 अप्रैल । लोकसभा चुनाव-2024 में बिहार की 40 लोकसभा सीटों में चार सीटों पर बीते 19 अप्रैल को मतदान संपन्न हुआ, जिसमें 47 प्रतिशत मतदान हुआ। दूसरी ओर बची हुईं 36 लोकसभा सीटों पर कांग्रेस ने सभी उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। इनमें सबसे हॉट सीटों में एक पटना साहिब से कांग्रेस पार्टी ने लोकसभा की पूर्व स्पीकर मीरा कुमार के बेटे डॉक्टर अंशुल अविजित को उम्मीदवार बनाया है।



टिकट के ऐलान के बाद ये तय हो गया है कि पटना साहिब सीट से अब अंशुल का मुकाबला सीधे भाजपा उम्मीदवार रविशंकर से होगा। इस सीट से भाजपा ने रविशंकर प्रसाद को उम्मीदवार बनाया है। अंशुल भारत के पूर्व उप प्रधानमंत्री और दलित नेता जगजीवन राम के पोते भी हैं। अंशुल अविजित ने कैम्ब्रिज से डॉक्टरेट की पढ़ाई पूरी की है। इससे पहले कांग्रेस पार्टी ने इन्हें राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाया था।

पिछले लोकसभा चुनाव में रविशंकर प्रसाद इसी सीट से सांसद चुने गए थे। इस बार भी भाजपा ने इन्हें दोबारा चुनावी मैदान में उतारा है। इससे पहले कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के लिए सात उम्मीदवारों की घोषणा की थी। इसमें पांच उम्मीदवार बिहार के ही थे।



बिहार से कांग्रेस को मिली नौ सीटों का चुनावी गणित



1. कटिहार- यहां से पूर्व केन्द्रीय मंत्री और कांग्रेस के कद्दावर नेता तारिक अनवर मैदान में हैं। उन्होंने शरद पवार के साथ मिलकर अलग पार्टी एनसीपी भी बनाई थी लेकिन फिर एनसीपी छोड़ वापस कांग्रेस में आ गए थे। पिछली बार उन्हें कटिहार में जदयू के दुलाल चंद गोस्वामी ने हरा दिया था। इस बार जदयू ने फिर से दुलाल चंद गोस्वामी को टिकट दिया है। तारिक अनवर पांच बार सांसद रह चुके हैं। वे फिर से जीतते हैं तो राजनीति को क्रिकेट में उनका छक्का होगा। उनकी भिड़ंत जदयू के दुलालचंद गोस्वामी से है।



2. किशनगंज- यहां से जदयू के उम्मीदवार मुजाहिद आलम हैं। यहां एआइएमआइएम के उम्मीदवार अख्तरुल ईमान भी मैदान में हैं। कांग्रेस ने यहां फिर से मो जावेद को टिकट दिया है। पिछले लोकसभा चुनाव 2019 में मो. जावेद ने ही महागठबंधन की प्रतिष्ठा बचाई थी। उन्होंने जदयू के सैयद महमूद अशरफ को हराया था।



3. भागलपुर-यहां कांग्रेस के अजीत शर्मा के सामने जदयू से अजय मंडल मैदान में हैं। अजय मंडल ने पिछले लोकसभा चुनाव में आरजेडी के शैलेश कुमार को हराया था। कांग्रेस ओबीसी के इलाके में भूमिहार जाति के अजीत शर्मा को उतारकर सोशल इंजीनियरिंग का बड़ा प्रयोग कर रही है। शर्मा भागलपुर से विधायक हैं।



4. महाराजगंज- यहां कांग्रेस आकाश प्रसाद सिंह के सामने भाजपा के जनार्दन सिंह सिग्रीवाल हैं। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह पहले को खुद को दूसरी बार राज्य सभा भेजने में सफल हुए और उसके बाद अपने पुत्र आकाश को महाराजगंज से टिकट दिलाने में सफल हुए।



5. सासाराम- यहां कांग्रेस के मनोज कुमार के सामने भाजपा के शिवेश राम हैं। यहां भाजपा ने सीटिंग एमपी छेदी पासवान का टिकट काट लिया। इसके बाद लगातार चर्चा रही की छेदी कांग्रेस की सदस्यता ले सकते हैं लेकिन कांग्रेस ने उन्हें पार्टी में शामिल नहीं किया और मनोज कुमार को टिकट दे दिया। मनोज कुमार वीआईपी से भी जुड़े रहे थे। उनकी मां यशोदा देवी जीवन भर कांग्रेस के साथ रही।

मनोज पिछली बार लोकसभा चुनाव बसपा के टिकट पर सासाराम से लड़ चुके हैं। रुलर डेवलपमेंट की पढ़ाई इग्नू से की है। सासाराम से पांच बार एमपी रहीं मीरा कुमार ने घोषणा की थी कि वे अब चुनाव नहीं लडे़ंगी। मीरा कुमार के पति कुशवाहा जाति से आते हैं। इसलिए उनके पुत्र सासाराम की सुरक्षित सीट से चुनाव नहीं लड़ सकते।



6. समस्तीपुर- यहां का मुकाबला दिलचस्प हो गया है। जदयू नेता महेश्वर हजारी के पुत्र सनी हजारी को कांग्रेस ने टिकट दिया है। इनका मुकाबला जदयू नेता अशोक चौधरी की बेटी शांभवी लोजपा (रा) से होगा यानी एक ही पार्टी के दो नेताओं की संतानों के बीच राजनीतिक टक्कर है। यहां से पिछली बार लोजपा के रामचंद्र पासवान चुनाव जीते थे और कांग्रेस के अशोक कुमार को हराया था। रामचंद्र पासवान के निधन के बाद यहां उपचुनाव हुआ था और रामचंद्र पासवान के पुत्र प्रिंस राज ने चुनाव जीता था। कांग्रेस ने डॉ. अशोक राम को ही उतारा था।



7. मुजफ्फरपुर- यहां भाजपा ने अजय निषाद का टिकट काट कर राजभूषण चौधरी को टिकट दे दिया था। इसके बाद अजय निषाद ने बगावत कर कांग्रेस की सदस्यता ले ली थी। अब उन्हें मुजफ्फरपुर से कांग्रेस ने टिकट दिया है। पिछली बार यहां से भाजपा से अजय निषाद की जीत हुई थी और उन्होंने वीआईपी के राजभूषण चौधरी को हराया था।



8. पश्चिम चंपारण- यहां से कांग्रेस के मनोज मोहन तिवारी की भिड़ंत भाजपा के संजय जायसवाल से होगी। मदन मोहन तिवारी एमए और एलएलबी हैं। वे मुखिया और प्रखंड प्रमुख रह चुके हैं। वर्ष 2015 में मझौलिया से विधानसभा का चुनाव जीते। तब उन्होंने पूर्व मंत्री रेणु देवी को हराया था।

9. पटना साहिब- इस सीट पर मीरा कुमार के बेटे का मुकाबला भाजपा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद से है।

 
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