कोलकाता, 30 अप्रैल । केंद्रीय गृह मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता अमित शाह ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल में अपनी दूसरी जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तीखा हमला बोला। शाह ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अयोध्या में राममंदिर उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं हुईं, क्योंकि उन्हें अपने घुसपैठिया वोटबैंक के नाराज होने का डर था। उन्हें खुश करने के लिए वह हिंदू आस्था का अपमान करती हैं।
अमित शाह ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि इस बार लोकसभा चुनाव यह तय करने वाला है कि लोग देश में परिवार राज चाहते हैं या रामराज्य। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी और तृणमूल नेता राममंदिर प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए क्योंकि उन्हें डर था कि घुसपैठिए, जो उनकी पार्टी के वोटबैंक हैं, नाराज हो सकते हैं।
अमित शाह ने कहा, "यह चुनाव यह तय करने के बारे में भी है कि क्या आप भतीजे (तृणमूल नेता अभिषेक बनर्जी) को बंगाल के मुख्यमंत्री के रूप में चाहते हैं या नरेन्द्र मोदी को भारत के प्रधानमंत्री के रूप में चाहते हैं। ममता बनर्जी और उनका भतीजा भाजपा कार्यकर्ताओं पर जितना चाहें उतना अत्याचार कर सकते हैं, लेकिन तृणमूल की हार तय है। तृणमूल के तुष्टीकरण और भ्रष्टाचार के खिलाफ पश्चिम बंगाल की जनता एकजुट हो चुकी है। शाह ने यह भी आरोप लगाया कि तृणमूल संदेशखाली के दोषियों को बचाना चाहती है, लेकिन भाजपा उन्हें दंडित करेगी।