1 की खोज किसने की
वर्तमान समय में गिनती का उपयोग जीवन के अहम हिस्से में से एक है। बिना गिनती के किसी भी क्षेत्र के कार्य को कर पाना संभव नहीं होता है। वर्तमान समय में पूरे विश्व में गिनती का उपयोग लगभग सभी तरह के कार्य को करने के लिए किया जाता है।
हम सभी तो जानते ही हैं, कि भारतीय गणितज्ञ आर्यभट्ट द्वारा शून्य 0 की खोज की गई थी, जो कि इतिहास के सबसे अहम खोज में से एक है।
आप सभी तो जानते ही हैं कि 0 के बाद 1 आता है, परंतु क्या आप यह जानते हैं कि 1 की खोज किसने की अगर नहीं तो चलिए हम आपको बता दें कि 1 की खोज अरब के लोगों द्वारा की गई थी।
इन लोगों द्वारा 1 से लेकर के 9 तक की गिनती की खोज की गई है। ऐसा माना जाता है कि अरब के लोगों द्वारा 1 और 1 से लेकर के 9 तक की गिनती की खोज की शुरुआत भारत से प्रेरित है।
क्योंकि इस गिनती की खोज अरब के लोगों द्वारा की गई है, इसीलिए इसे अरेबिक न्यूमेरल्स सिस्टम कहा जाता है। और इन संख्या कि शुरुआती खोज भारत से प्रेरित है, इसलिए इसे हिंदू न्यूमैराल सिस्टम के नाम से भी जाना जाता है।
1 से 9 तक गिनती की खोज किसने की
वर्तमान समय में गणित का उपयोग लगभग हरेक क्षेत्र में होता ही है। बिना गणित के किसी भी क्षेत्र से जुड़े हुए काम को कर पाना संभव नहीं होता है। गणित में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाली संख्या 1 से 9 तक की ही होती है।
हम सभी तो जानते ही हैं कि भारतीय गणित के वैज्ञानिक आर्यभट्ट द्वारा शून्य (0) की खोज की गई थी। जिसके बाद अरब के लोगों द्वारा जीरो के आगे की गिनती की खोज करने की शुरुआत की और फिर इन्हीं लोगों द्वारा 1 से लेकर के 9 यानी कि 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9 संख्या की खोज की गई।
ऐसा माना जाता है कि 1 से लेकर के 9 तक की गिनती की खोज अरब के लोगों द्वारा की गई थी, जो कि भारत में हुई गिनती कि शुरुआती खोज से प्रेरित होकर के की गई थी।
वर्तमान समय में पूरे विश्व में जिस गिनती का उपयोग किया जा रहा है, उसे अरेबिक न्यूमेरल्स सिस्टम कहा जाता है। क्योंकि 1 से लेकर 9 तक की गिनती की खोज की शुरुआत भारत से प्रेरित है, इसीलिए इस सिस्टम को हिंदू अरेबिक न्यूमेरल्स सिस्टम के नाम से भी जाना जाता है।