केशकाल घाटी और टाटामारी में बढ़ रही पर्यटकों की रौनक !
Date : 07-Jan-2025
कोंडागांव: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में बस्तर क्षेत्र के विकास को नई रफ्तार मिली है। इसका ताजा उदाहरण नेशनल हाईवे 30 पर स्थित केशकाल घाटी है, जिसे बस्तर की 'लाइफलाइन' कहा जाता है। यह घाटी बस्तर संभाग को उड़ीसा, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना से जोड़ने का मुख्य मार्ग है।
केशकाल घाटी, जो दो महीने पहले तक जर्जर हालत में थी, अब पूरी तरह से नवीनीकृत होकर यातायात के लिए सुगम हो गई है। पहले यहां धूल और लंबी जाम की समस्या आम थी, लेकिन छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा तैयार कार्ययोजना के तहत घाटी का मरम्मत कार्य पूरा कर लिया गया है। अब वाहन यहां फर्राटे भर रहे हैं, जिससे यातायात आसान हो गया है और पर्यटन को भी बढ़ावा मिला है।
मरम्मत कार्य के साथ घाटी की दीवारों पर बस्तर की संस्कृति, कला और पर्यटन स्थलों को चित्रित किया गया है। इन सुंदर वाल पेंटिंग्स ने घाटी को नया आकर्षण केंद्र बना दिया है। इसे अब 'फूलों की घाटी' के साथ-साथ 'पेंटिंग वाली घाटी' के नाम से भी जाना जाएगा। पर्यटक घाटी में इन कलाकृतियों के माध्यम से बस्तर की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, आदिवासी कला और बेलमेटल शिल्पकला से परिचित हो रहे हैं।
केशकाल घाटी के दाईं ओर स्थित टाटामारी हिल स्टेशन अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है। घुमावदार सड़कों के बाद यहां पहुंचने पर पर्यटकों को सुकून और राहत महसूस होती है। खूबसूरत नज़ारों को कैमरे में कैद करने की होड़ लगी रहती है।
टाटामारी में पर्यटकों की संख्या वर्ष 2020 में 20,950 थी, जो अब बढ़कर 1,76,682 हो गई है। यहाँ ठहरने की बेहतर सुविधाओं के साथ-साथ स्थानीय युवाओं को रोजगार भी मिल रहा है। स्व-सहायता समूह की महिलाएं पर्यटकों को पारंपरिक पकवान परोसती हैं, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल रही है।
कलेक्टर कुणाल दुदावत ने बताया कि टाटामारी में एडवेंचर स्पोर्ट्स की संभावनाओं को देखते हुए जिला प्रशासन ने कार्ययोजना तैयार की है। यहां व्यू पॉइंट, वॉकिंग पाथ, वुडन कॉटेज का सुदृढ़ीकरण किया जाएगा। बच्चों के लिए किड्स प्ले गार्डन और नए कॉटेज भी बनाए जाएंगे।
टाटामारी की खूबसूरती और आधुनिक सुविधाओं से यह क्षेत्र न सिर्फ पर्यटन का प्रमुख केंद्र बनेगा, बल्कि स्थानीय लोगों के लिए भी नए अवसर पैदा करेगा।