काठमांडू, 10 मई। विश्व की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर इस सीजन का पर्वतारोहण अभियान शुरू हो गया है। माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई के लिए पर्वतारोहियों का समन्वय करने वाली अलग-अलग संस्थाओं की तरफ से सभी रास्तों को रस्सी और सीढ़ियों से जोड़ दिए जाने के बाद पर्वतारोहियों ने शनिवार से चढ़ाई भी शुरू कर दी।
एटीके एक्सपीडिशन कंपनी ने मीडिया को बताया कि उनकी तरफ से तैनात सात सदस्यीय शेरपा टीम ने शुक्रवार को एवरेस्ट की चोटी तक के रास्ते में रस्सियों को लगा कर चढ़ाई का द्वार खोल दिया है। माउंट एवरेस्ट के साथ ही पर्वतारोहियों के लिए माउंट लोत्से और माउंट अमाडबलम की चोटी पर रस्सियां लगा दी थीं।
पर्यटन विभाग ने कहा है कि एवरेस्ट की चोटी तक जाने वाले रास्ते के पूरा होने के साथ ही एवरेस्ट सहित अन्य चोटियों पर चढ़ाई आधिकारिक तौर पर शनिवार को शुरू हो गई। पर्यटन विभाग के निदेशक लीलाधार अवस्थी ने कहा कि इस साल एवरेस्ट चढ़ाई का मौसम आधिकारिक तौर पर शुरू हो गया है। पहले चरण में पर्वतारोहियों की संख्या सबसे अधिक होने की उम्मीद है क्योंकि मौसम अनुकूल है।
एटीके एक्सपीडिशन कंपनी के प्रबंध निदेशक पर्वतारोही लाक्पा शेरपा ने कहा कि पर्वतारोहियों की अधिकतम संख्या 11 से 14 मई तक चोटी पर पहुंचने की संभावना है क्योंकि एवरेस्ट पर चढ़ने के लिए मौसम अनुकूल है।
इस सीजन में विश्व रिकॉर्ड धारक कामी रीता शेरपा 31वीं बार एवरेस्ट पर चढ़ाई करके अपना ही रिकॉर्ड तोड़ने की कोशिश करने वाली हैं। इसी तरह ताशी ग्यालजेन शेरपा 20 दिनों में चार बार एवरेस्ट पर चढ़ाई करके विश्व रिकॉर्ड बनाने की योजना के साथ एवरेस्ट पहुंची हैं। ऐसे ही एक अन्य विश्व रिकॉर्ड धारक सानू शेरपा तीसरी बार 8,000 मीटर से ऊपर के पहाड़ों पर चढ़ाई करके अपना रिकॉर्ड तोड़ने की योजना बना रहे हैं।
पर्वतारोहियों ने पर्यटन विभाग से 75 दिनों की चढ़ाई की अनुमति लेकर एवरेस्ट पर चढ़ाई शुरू की है। एवरेस्ट की चढ़ाई लगभग 40 दिनों तक चलती है। पर्यटन विभाग की पर्वतारोहण शाखा के आंकड़ों के अनुसार, अब तक 44 पर्वतारोहण समूहों के 421 लोगों ने एवरेस्ट पर चढ़ने की अनुमति प्राप्त की है।