भारत सरकार के विशेषज्ञों की एक टीम ने पिछले महीने अस्पताल की सेवाओं और संतुष्टि स्तर को कई मानकों पर परीक्षण किया, राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण पत्र देने से पहले। इन पैरामीटरों में उपलब्ध सेवाएं, मरीजों के अधिकार, इनपुट, सपोर्ट सेवाएं, क्लिनिकल सेवाएं, इन्फेक्शन नियंत्रण, गुणवत्ता प्रबंधन और आउटकम शामिल हैं। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय केवल इन कठोर मानकों को पूरा करने वाले अस्पतालों को गुणवत्ता प्रमाण पत्र देता है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने छत्तीसगढ़ के 14 शासकीय अस्पतालों को राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (NQAS) प्रमाण पत्र दिया है, जो बेहतर स्वास्थ्य सेवा और मरीजों को बेहतर इलाज प्रदान करता है। इनमें तीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शामिल हैं: 10 आयुष्मान आरोग्य मंदिर उप स्वास्थ्य केंद्र, ३ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और एक शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की विशेषज्ञों की एक टीम ने अक्टूबर और नवंबर में इन अस्पतालों में मरीजों को दी गई सेवाओं की गुणवत्ता की जांच करने के बाद राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण पत्र जारी किया है।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने गुणवत्ता आश्वासन के मानकों को पूरा करने वाले स्वास्थ्य केंद्रों को बधाई दी है। केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने 14 शासकीय अस्पतालों को राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण पत्र दिया है, जो मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं में लगातार सुधार का परिणाम है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा महासमुंद जिले के आयुष्मान आरोग्य मंदिर उप स्वास्थ्य केंद्र भदरसी को 91.29%, बड़े टेमरी को 90.27%, झलप को 91.93% व शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नयापारा को 88.89% अंक प्राप्त हुआ।
इसेक साथ ही सूरजपुर जिले के आयुष्मान आरोग्य मंदिर उप स्वास्थ्य केंद्र नवापाराकला को 76.09%, धरमपुर को 87.75%, कांकेर जिले आयुष्मान आरोग्य मंदिर उप स्वास्थ्य केंद्र मुसरपट्टा को 94.2%,पीवी89 को 85.58%, कोदागांव को 93.36%, माकरीखुना को 81.54, बलौदाबाजार जिले के आयुष्मान आरोग्य मंदिर उप स्वास्थ्य केंद् ठेलकी को 86.83%, रायगढ़ के आयुष्मान आरोग्य मंदिर उप स्वास्थ्य केंद्र छर्राटानगर को 82.39%, बस्तर जिले के आयुष्मान आरोग्य मंदिर उप स्वास्थ्य केंद्र जमावड़ा को 88.99%, रायपुर जिले के आयुष्मान आरोग्य मंदिर उप स्वास्थ्य केंद्र सिलयारी को 88.15% अंक प्राप्त हुए हैं ।
प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार करने के लिए निरंतर बेहतर प्रयास जारी हैं। जिले ने स्वास्थ्य क्षेत्र में एक और उपलब्धि हासिल की है, जो स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार का संकेत देता है।
भारत सरकार के विशेषज्ञों की एक टीम ने पिछले महीने अस्पताल की सेवाओं और संतुष्टि स्तर को कई मानकों पर परीक्षण किया, राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण पत्र देने से पहले। इन पैरामीटरों में उपलब्ध सेवाएं, मरीजों के अधिकार, इनपुट, सपोर्ट सेवाएं, क्लिनिकल सेवाएं, इन्फेक्शन नियंत्रण, गुणवत्ता प्रबंधन और आउटकम शामिल हैं। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय केवल इन कठोर मानकों को पूरा करने वाले अस्पतालों को गुणवत्ता प्रमाण पत्र देता है।
आपदा की परिस्थितियों में, जैविक (जूनोटिक सहित), रासायनिक, रेडियोलॉजिकल और परमाणु खतरों के कारण जन स्वास्थ्य आपात स्थितियों की रोकथाम, शमन और रोकथाम में मदद करना। o स्वस्थ जीवन को बढ़ावा देना और गैर-संचारी रोगों की रोकथाम, शीघ्र पहचान और प्रबंधन को सुगम बनाना।