काठमांडू, 21 जुलाई । नेपाल में पहली बार लोककथाओं और काल्पनिक कहानियों पर आधारित 'काठमांडू हॉरर फिल्म फेस्टिवल' 14 से 16 नवंबर तक आयोजित किया जाएगा। यह अपने तरह का अनोखा फिल्म फेस्टिवल होगा, जहां दर्शक एक साथ कई डरावनी फिल्म देख सकेंगे।इसके लिए पूरी दुनिया से हॉरर फिल्मों के लिए आवेदन मांगे गए हैं।
फिल्म फेस्टिवल के निर्देशक रसिक पाठक ने सोमवार को एक पत्रकार सम्मेलन में कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य डरावनी फिल्मों को बढ़ावा देना और नई प्रस्तुतियों को प्रोत्साहित करना है। उन्होंने कहा कि नेपाल में विदेशी डरावनी फिल्में अच्छा प्रदर्शन करती हैं। विशेष रूप से शहरी क्षेत्रों में इस शैली में स्थानीय रूप से निर्मित फिल्में अभी भी दुर्लभ हैं। पाठक ने कहा कि नेपाल में डरावनी फिल्मों के दर्शक हैं, लेकिन ऐसी फिल्मों का निर्माण सीमित है। इस शैली ने स्थानीय फिल्म निर्माताओं और निर्माताओं का ज्यादा ध्यान आकर्षित नहीं किया है।
उन्होंने बताया कि इस महोत्सव का आयोजन नेपाल फिल्म एंड कल्चरल फाउंडेशन की ओर से किया जा रहा है। हॉरर फिल्म फेस्टिवल अमेरिका और यूरोप के कुछ स्थानों पर मनाया जाता है, लेकिन एशिया में इस तरह का आयोजन बहुत ही कम होता है।