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चीन से तनातनी के बीच क्वाड देशों के मालाबार अभ्यास की मेजबानी करेगा जापान

Date : 03-Nov-2022

 - दो भारतीय जहाज 06 नवंबर को जापानी अंतरराष्ट्रीय फ्लीट रिव्यू में भी भाग लेंगे

- इस साल मालाबार एक्सरसाइज का मुख्य उद्देश्य एंटी-सबमरीन वॉरफेयर ड्रिल

नई दिल्ली, 03 नवम्बर (हि.स.)। चीन को परेशान करने वाला क्वाड देशों के बीच मालाबार नौसैन्य अभ्यास इसी माह के दूसरे सप्ताह में जापान की मेजबानी में होगा। चीन से तनातनी के बीच इस हाई वोल्टेज समुद्री अभ्यास में हिस्सा लेने के लिए भारतीय नौसेना के दो युद्धपोत, आईएनएस शिवालिक और कमोर्टा जापान पहुंच गए हैं। भारतीय जहाज सागामी खाड़ी में योकोसुका समुद्री तट पर 06 नवंबर को होने वाले जापानी अंतरराष्ट्रीय फ्लीट रिव्यू (आईएफआर) में भी भाग लेंगे। इस साल मालाबार एक्सरसाइज का मुख्य उद्देश्य एंटी-सबमरीन वॉरफेयर ड्रिल है।

यह आईएफआर जापान समुद्री आत्मरक्षा बल (जेएमएसडीएफ) की 70वीं वर्षगांठ का प्रतीक है। जापान के प्रधान मंत्री फुमियो किशिदा अंतरराष्ट्रीय बेड़े की समीक्षा करेंगे, जिसमें 13 देशों के 40 जहाजों और पनडुब्बियों की भागीदारी होगी। भारतीय नौसेना, ऑस्ट्रेलिया, जापान और संयुक्त राज्य अमेरिका की नौसेनाओं के जहाजों के साथ मालाबार अभ्यास का 26वां संस्करण 8 से 18 नवंबर के बीच होगा। चीन को परेशान करने वाले इस सालाना नौसैन्य अभ्यास में हिस्सा लेने के लिए भारतीय नौसेना के दो युद्धपोत आईएनएस शिवालिक और कमोर्टा जापान पहुंच गए हैं। भारत के पी-8आई टोही विमान भी मालाबार युद्धाभ्यास में हिस्सा लेंगे। पूर्वी बेड़े के कमांडर रियर एडमिरल संजय भल्ला यूएस सेवेंथ फ्लीट और कमांडर एस्कॉर्ट फोर्स 3 के साथ परिचालन चर्चा करेंगे।

समुद्री नौसैन्य अभ्यास की मालाबार की शुरुआत वर्ष 1992 में भारत और अमेरिकी नौसेना के बीच हुई थी। 2015 में जापानी समुद्री आत्मरक्षा बल भी मालाबार अभ्यास में स्थायी सदस्य के रूप में शामिल हो गया। इसके बाद 2020 के अभ्यास संस्करण में रॉयल ऑस्ट्रेलियाई नौसेना ने भी इसमें हिस्सा लिया। अब क्वाड्रीलैटरल सिक्योरिटी डायलॉग (क्यूयूएडी-क्वाड) में भारत-प्रशांत क्षेत्र की चार प्रमुख नौसेनाएं भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया भी शामिल हैं। इंडो-पैसेफिक क्षेत्र में होने वाली मालाबार एक्सरसाइज एक साल जापान में होती है तो एक साल भारत में और एक साल प्रशांत महासागर में किसी अमेरिकी नौसैनिक बेस के करीब।

चार देशों के इन संयुक्त अभ्यासों को हिंद-प्रशांत में चीन की बढ़ती नौसैनिक शक्ति के खिलाफ एक मजबूत सुरक्षा कवच के रूप में देखा जा रहा है। जापान पहुंचने के बाद शिवालिक और कामोर्ता ने जापान की नौसेना के युद्धपोत जेएस हमाना के साथ 29-30 अक्टूबर को द्विपक्षीय एक्सरसाइज में हिस्सा लिया। शिवालिक और कमोर्टा दोनों ही स्वदेशी युद्धपोत हैं। शिवालिक एक मल्टी रोल स्टेल्थ फ्रीगेट है जो एंटी-सबमरीन वॉरफेयर में भी हिस्सा ले सकता है। कमोर्टा पूरी तरह एएसडब्लू यानी एंटी-सबमरीन वॉरफेयर जहाज है। मालाबार एक्सरसाइज में शिरकत के लिए अमेरिका और आस्ट्रेलिया के युद्धपोत भी जापान पहुंचने शुरू हो गए हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/सुनीत/दधिबल

 
 
 
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