भारतीय सांस्कृतिक संघ ने श्रीलंका के स्वामी विवेकानंद सांस्कृतिक केंद्र के सहयोग से कोलंबो में शोले फिल्म की 50वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में एक विशेष स्क्रीनिंग का आयोजन किया। इस ऐतिहासिक अवसर पर श्रीलंका में भारतीय समुदाय के सदस्यों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और 1975 में रिलीज़ हुई इस क्लासिक फ़िल्म की यादें ताज़ा कीं, जो आज भी भारतीय सिनेमा की सबसे प्रतिष्ठित फिल्मों में से एक मानी जाती है।
इस कार्यक्रम में भारत के उप-उच्चायुक्त ने फिल्म शोले के सांस्कृतिक महत्व और इसकी पीढ़ियों तक कायम लोकप्रियता पर प्रकाश डाला।
शोले आज भी भारत की सबसे बड़ी बॉक्स ऑफिस हिट मानी जाती है, जिसकी मुद्रास्फीति-समायोजित कमाई लगभग 3,000 करोड़ रुपये आँकी गई है। इस फिल्म ने विश्वभर में लगभग 25 करोड़ टिकटें बेचीं और मुंबई के मिनर्वा थिएटर में रिकॉर्ड 5 साल 6 महीने तक प्रदर्शित होती रही। इसके अलावा, इसने भारत के 60 सिनेमाघरों में स्वर्ण जयंती और 100 सिनेमाघरों में रजत जयंती मनाई थी।
यह आयोजन न केवल भारतीय सिनेमा की विरासत को सम्मानित करने का माध्यम बना, बल्कि प्रवासी भारतीय समुदाय को अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जोड़ने का एक अवसर भी प्रदान किया।