कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा है कि मौजूदा शासन परिदृश्य में विभागों के बीच समन्वय और एकीकृत कार्यप्रणाली एक अनिवार्यता बन गई है। नई दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में सशस्त्र बलों और सिविल सेवा अधिकारियों के साथ संवाद करते हुए उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर को एक आत्मनिर्भर भारत की मिसाल बताया।
डॉ. सिंह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर जैसी जटिल सैन्य सफलता, सशस्त्र बलों और नागरिक प्रशासन के बीच सहज सहयोग और समन्वय का परिणाम है। इस मिशन में भारत ने स्वदेशी रूप से विकसित रक्षा प्रौद्योगिकी का सफल उपयोग किया, जो न केवल आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा कदम है, बल्कि हमारे कर्मियों की अटूट प्रतिबद्धता और नवाचार की भावना को भी दर्शाता है।
उन्होंने कहा कि आज का भारत सुधार, प्रदर्शन और रूपांतरण की राह पर है। शासन अब केवल नीतियों तक सीमित नहीं रहा, बल्कि यह चुनौतियों के बीच नवाचार करने और दबाव में भी उत्कृष्टता प्राप्त करने की प्रणाली बन चुका है। डॉ. सिंह ने यह भी कहा कि शासन की यह नई सोच और प्रणाली भविष्य के भारत को मजबूत नींव प्रदान कर रही है।
कार्यक्रम के अंत में मंत्री ने अधिकारियों से आह्वान किया कि वे मिशन मोड में काम करें और देश के विकास और आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को आगे बढ़ाएं