पटना, 20 जुलाई । बिहार विधानमंडल का मानसून सत्र सोमवार, यानी 21 जुलाई से शुरू होकर 25 जुलाई तक चलेगा। इस सत्र के काफी हंगामेदार रहने की उम्मीद है, क्योंकि विपक्ष विभिन्न मोर्चों पर सरकार को आक्रामक रूप से चुनौती देने की तैयारी में है।
पहले दिन विधानसभा में पहला अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, राज्यपाल द्वारा अनुमोदित अध्यादेशों की प्रतियां सदन के पटल पर रखी जाएंगी।
अपने प्रारंभिक अभिभाषण के बाद, अध्यक्ष नंद किशोर यादव कार्य मंत्रणा समिति के गठन और पीठासीन सदस्यों के नामों की घोषणा करेंगे। विभिन्न समितियों की रिपोर्ट भी कल सदन में प्रस्तुत की जाएंगी।
विधानसभा द्वारा जारी कार्यक्रम के अनुसार, 22 और 23 जुलाई को सरकारी विधेयक प्रस्तुत किए जाएंगे और अन्य सरकारी कार्य संपन्न होंगे। अगले दिन, 24 जुलाई को, पहले अनुपूरक बजट पर चर्चा और मतदान होगा, जिसके बाद विनियोग विधेयक प्रस्तुत किया जाएगा।
सत्र के अंतिम दिन, 25 जुलाई को गैर-सरकारी प्रस्तावों पर चर्चा होगी।
सत्र के हंगामेदार रहने की व्यापक संभावना है, क्योंकि विपक्ष ने कानून-व्यवस्था और अन्य कथित प्रशासनिक विफलताओं जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरने की रणनीति बनाई है। इसकी आशंका को देखते हुए, सरकार ने भी अपनी प्रतिक्रियाएं तैयार कर ली हैं।
विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव और विधानपरिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह ने सदन के सुचारू संचालन के लिए विपक्ष से सहयोग की अपील की है।