भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने आज सात दिवसीय परिवर्तनीय दर रिवर्स रेपो (VRRR) नीलामी के माध्यम से 1,00,010 करोड़ रुपये बैंकिंग प्रणाली से वापस लिए हैं। यह कदम सिस्टम में मौजूद अधिशेष तरलता को नियंत्रित करने के उद्देश्य से उठाया गया है।
आरबीआई की ओर से जारी बयान के अनुसार, इस नीलामी में कुल 1,70,880 करोड़ रुपये की बोलियाँ प्राप्त हुईं, जिनमें से 5.47% की कट-ऑफ दर पर 1,00,010 करोड़ रुपये की बोलियाँ स्वीकार की गईं।
वर्तमान में आरबीआई के आँकड़ों के अनुसार, बैंकिंग प्रणाली में लगभग 4.04 लाख करोड़ रुपये का अधिशेष तरलता स्तर बना हुआ है। यह अधिशेष कई कारणों, जैसे सरकारी खर्च में वृद्धि और नकद प्रवाह में अस्थायी तेजी, की वजह से देखा जा रहा है।
आरबीआई का यह कदम तरलता प्रबंधन को संतुलित करने और अल्पकालिक ब्याज दरों को नियंत्रित करने के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है। आगे भी ऐसी वीआरआरआर नीलामियों के ज़रिए केंद्रीय बैंक ब्याज दरों और मौद्रिक नीति के लक्ष्यों को संतुलित करने का प्रयास करता रहेगा।