कोलकाता, 30 नवंबर । 30वें कोलकाता अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (केआईएफएफ) का आयोजन चार से 11 दिसंबर के बीच हाेगा। इस महोत्सव में 29 देशों की 180 फिल्मों का प्रदर्शन किया जाएगा। महोत्सव के अध्यक्ष गौतम घोष ने बताया कि इस वर्ष फ्रांस को 'फोकस कंट्री' के रूप में चुना गया है, जिसके तहत इस यूरोपीय देश की 21 फिल्मों का प्रदर्शन होगा।
पश्चिम बंगाल सरकार के मंत्री और केआईएफएफ आयोजन समिति के सदस्य अरूप बिस्वास ने बताया कि महोत्सव में 42 फीचर फिल्मों को चार विभिन्न प्रतियोगिता श्रेणियों में प्रस्तुत किया जाएगा।
अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता : इसमें सर्वश्रेष्ठ फिल्म और सर्वश्रेष्ठ निर्देशक के लिए प्रतिष्ठित 'रॉयल बंगाल टाइगर ट्रॉफी' प्रदान की जाएगी। इस श्रेणी में कुल 14 फिल्में पुरस्कार के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगी।
भारतीय भाषाओं की प्रतियोगिता : इस श्रेणी में 12 फिल्में 'हीरालाल सेन मेमोरियल ट्रॉफी' के लिए प्रतिस्पर्धा हाेंगी।
एशियन सिलेक्ट अवॉर्ड : इस श्रेणी में नौ फिल्में प्रतिभाग करेंगी।
बंगाली पैनोरमा : इस श्रेणी में सात फिल्मों का प्रदर्शन होगा।
विशेष श्रद्धांजलि और स्मृति आयोजन -महान फिल्म निर्माता तपन सिन्हा, मार्लन ब्रांडो, मार्सेलो मास्त्रोयानी, मोहम्मद रफी, तलत महमूद और मदन मोहन को महोत्सव की जयंती- श्रद्धांजलि सत्र में याद किया जाएगा।इसके अलावा, इस वर्ष दिवंगत हुए मनोज मित्रा, कुमार साहनी और उत्पलेंदु चक्रवर्ती को विशेष श्रद्धांजलि सत्र में सम्मानित किया जाएगा। महोत्सव की शुरुआत चार दिसंबर को धन-धान्य ऑडिटोरियम में होगी, जिसमें तपन सिन्हा की बंगाली कॉमेडी फिल्म 'गल्पो होलेओ सत्ती' उद्घाटन फिल्म के रूप में प्रदर्शित की जाएगी।
प्रमुख सत्र और पैनल चर्चा-सत्यजीत रे स्मृति व्याख्यान : यह व्याख्यान छह दिसंबर को प्रसिद्ध बॉलीवुड निर्देशक आर. बाल्की द्वारा दिया जाएगा। दर्शकों के साथ चर्चा : छह दिसंबर को अभिनेत्री विद्या बालन दर्शकों के साथ संवाद करेंगी।
पैनल चर्चा : 'असहिष्णुता, वैश्विक न्याय और मीडिया' विषय पर पैनल चर्चा सात दिसंबर को आयोजित की जाएगी।महोत्सव के दौरान फिल्मों के प्रदर्शन नंदन I, II, III, शिशिर मंच, रवींद्र सदन, नजरूल तीर्थ और राधा स्टूडियो में आयोजित किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त, तीन सिनेमा हॉल - नवीना, न्यू एम्पायर और अजन्ता सिनेमा भी फिल्मों का प्रदर्शन करेंगे।
कोलकाता अंतररष्ट्रीय फिल्म महोत्सव भारतीय और अंतरराष्ट्रीय सिनेमा का अद्भुत संगम प्रस्तुत करता है। यह आयोजन न केवल फिल्म प्रेमियों के लिए, बल्कि कला और संस्कृति के प्रति रुचि रखने वाले सभी व्यक्तियों के लिए एक अनूठा अवसर है।