नई दिल्ली, 29 जून । आतंकवाद पर बनी फिल्म 72 हूरें को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। फिल्म के निर्माताओं ने जहां सेंसर बोर्ड पर प्रमाणन नहीं देने का आरोप लगाया है, वहीं केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) ने इन आरोपों को खारिज करते हुए इन्हें बेबुनियाद बताया है। गुरुवार को सीबीएफसी द्वारा जारी बयान के अनुसार 72 हूरें फिल्म को प्रमाणन देने से इनकार नहीं किया गया बल्कि इस फिल्म को बोर्ड ने पहले ही ए प्रमाणन दे दिया है।
सीबीएफसी के मुताबिक 72 हूरें फिल्म के ट्रेलर को प्रमाणन देने की प्रक्रिया चल रही है, जिसके लिए फिल्म निर्माताओं ने 19 जून, 2023 में आवेदन किया था। आवेदक को सूचना के तहत अपेक्षित दस्तावेज प्रस्तुत करने के लिए कहा गया था और उसके प्राप्त होने पर, संशोधनों की शर्तों पर प्रमाणन प्रदान किया जाएगा। संशोधनों के बारे में सूचित करने के लिए फिल्म निर्माताओं को 27 जून, 2023 को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था, जिसका अभी तक कोई जवाब नहीं आया है।
उल्लेखनीय है कि 72 हूरें फिल्म के निर्माताओं का आरोप है कि सेंसर बोर्ड ने फिल्म के ट्रेलर को प्रमाणपत्र देने से इनकार कर दिया जबकि फिल्म के पास पहले से ही सेंसर प्रमाणपत्र है, इसलिए इसे ट्रेलर पर भी लागू होना चाहिए। निर्माताओं ने सीबीएफसी के सदस्यों पर 'ब्लैक शीप' होने का आरोप लगाया है।
