मिस्र इस महीने की 27 तारीख को काहिरा में फिलिस्तीनी मुद्दे और गाजा पर चर्चा के लिए एक आपातकालीन अरब शिखर सम्मेलन की मेज़बानी करेगा।
यह शिखर सम्मेलन फिलिस्तीन सहित अरब देशों के साथ विचार-विमर्श के बाद आयोजित किया जा रहा है, जिन्होंने इस बैठक का अनुरोध किया था। यह सम्मेलन अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा गाजा से फिलिस्तीनियों को मिस्र और जॉर्डन में स्थानांतरित करने के प्रस्ताव के बाद हो रहा है, जिसे दोनों देशों और क्षेत्र के अन्य देशों ने व्यापक रूप से नकारा था।
ट्रंप की यह टिप्पणी इज़राइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू के साथ बैठक के दौरान की गई, जिसमें गाजा पर नियंत्रण और पुनर्विकास की योजना भी शामिल थी।
मिस्र और जॉर्डन दोनों ने जबरन विस्थापन के विचार का विरोध किया है, और अरब देशों तथा फिलिस्तीनी नेताओं ने भी ट्रंप के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है, साथ ही नेतन्याहू की सऊदी अरब द्वारा फिलिस्तीनी राज्य की मेज़बानी के बारे में की गई विवादास्पद टिप्पणी को भी नकारा। मिस्र के विदेश मंत्री बद्र अब्देलती अमेरिकी प्रस्ताव के खिलाफ समर्थन जुटाने के लिए अपने अरब समकक्षों से संपर्क कर रहे हैं।