मशहूर लेखक व निर्देशक की पहचान रखने वाले सनोज मिश्रा हमेशा से लोगों के लिए मनोरंजक फ़िल्मों के साथ-साथ अर्थपूर्ण सिनेमा बनाने में यकीन करते हैं। सनोज मिश्रा ने फ़िल्म इंडस्ट्री में लम्बी पारी खेलते हुए अब फ़िल्म निर्माण के क्षेत्र में भी क़दम रखा है। एक निर्माता के रूप में उनकी पहली फ़िल्म 'ग़जनवी' 3 मार्च को देशभर में लगभग 400 सिनेमाघरों में रिलीज़ के लिए तैयार है। उन्होंने इस फ़िल्म का निर्माण करने के साथ-साथ इस फ़िल्म का निर्देशन भी किया है।
सनोज मिश्रा का मानना है कि ''ग़जनवी'' एक सस्पेंस थ्रिलर फ़िल्म है जो इस तरह की फ़िल्में देखने के इच्छुक लोगों को काफ़ी पसंद आएगी क्योंकि सस्पेंस-थ्रिलर के साथ यह एक मसालेदार और मनोरंजक फ़िल्म भी है। वे बताते हैं कि इस फ़िल्म का विषय भी काफ़ी अनूठा है और फ़िल्म का हरेक सीन, हरेक फ़्रेम दर्शकों को पूरी तरह से बांधकर रखेगा।
फ़िल्म की शूटिंग मुम्बई, लखनऊ के अलावा गुजरात के विभिन्न इलाकों में की गई है।
इस फ़िल्म की शूटिंग करने की अपनी चुनौतियां थीं क्योंकि फ़िल्म की शूटिंग गर्मी के महीने में की गई, जिससे जूझना पूरे कास्ट और क्रू के लिए इतना आसान नहीं था। सनोज मिश्रा बताते हैं कि फ़िल्म की शूटिंग के दौरान कई लोग बीमार भी पड़े मगर सभी ने पूरी तरह से सहयोग किया और एक अच्छी फ़िल्म बनाने में अपना पूरा योगदान दिया।
इस फ़िल्म में राजवीर सिंह, हेरंब त्रिपाठी, तान्या मिश्रा, आदित्य रॉय, दीपक सूठा, अनिल अंजुनिल , डॉ. रामेंद्र चक्रवर्ती, आरती यादव, आर. के. सिंह, गुड्डू सिंह कुशवाहा जैसे मंजे हुए कलाकार प्रमुख भूमिकाओं में है। इस फ़िल्म में ना सिर्फ़ फ़िल्म व टीवी से जुड़े कलाकारों को लिया गया है बल्कि हिंदी रंगमंच में सक्रिय कई कलाकार भी इस फ़िल्म में अहम किरदार निभाते नज़र आएंगे। फ़िल्म 'गज़नवी' के प्रस्तुतकर्ता तापस मुखर्जी और प्रबीर दत्ता अधीर दत्ता हैं। इस फिल्म के प्रचारक संजय भूषण पटियाला है।
सनोज मिश्रा कहते हैं, "मैं हमेशा से ही नई प्रतिभाओं को मौका देने में यकीन करता आया हूं और फ़िल्म ''ग़जनवी'' में भी मैंने यही किया है।" उनका मानना है कि कंटेट इज़ किंग यानि दर्शक हमेशा से अच्छी विषयों पर बनी फ़िल्मों को सपोर्ट करते आए हैं और यही इस फ़िल्म की सबसे बड़ी ख़ासियत भी है. वे कहते हैं कि इस विषय पर अब तक कभी कोई फ़िल्म नहीं बनी है और ऐसे में उन्हें इस बात का पूरा यकीन है कि दर्शक इस फ़िल्म को ज़रूर पसंद करेंगे।
सनोज मिश्रा दर्शकों से अपील करते हुए कहते हैं, "अगर दर्शक किन्हीं वजहों से ग़लत तरह की फ़िल्मों का बॉयकॉट करते रहे हैं तो उन्हीं दर्शकों को अच्छी फ़िल्मों को सपोर्ट भी करना चाहिए और उन्हें अच्छी राष्ट्रवादी फ़िल्में सिनेमाघरों में जाकर देखनी चाहिए ताकि बेहतरीन किस्म के सिनेमा को बढ़ावा मिले। हमारी फ़िल्म भले ही एक कमर्शियल फ़िल्म हो लेकिन इस फ़िल्म में देशभक्ति का जज़्बा भी नज़र आएगा।"