अमेरिकी विदेश विभाग ने पहलगाम आतंकी हमले के लिए ज़िम्मेदार द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) को विदेशी आतंकवादी संगठन (FTO) और विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी (SDGT) घोषित कर दिया है। इस संगठन को पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का फ्रंट और प्रॉक्सी संगठन माना जाता है।
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि यह कदम राष्ट्रीय सुरक्षा हितों की रक्षा, आतंकवाद से लड़ाई, और पहलगाम हमले के पीड़ितों को न्याय दिलाने की अमेरिका की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
TRF ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली थी, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई थी। इसके अलावा, इस संगठन ने भारतीय सुरक्षा बलों और नागरिकों पर 2024 में कई अन्य हमलों की भी जिम्मेदारी ली है।
भारत की प्रतिक्रिया और अंतरराष्ट्रीय समर्थन
भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने इस हमले का हवाला देते हुए कहा कि आतंकवाद के खिलाफ अडिग रुख ज़रूरी है।
उन्होंने चीन के तियानजिन में हुई शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के विदेश मंत्रियों की बैठक में यह टिप्पणी की। उन्होंने ज़ोर दिया कि आतंकवाद, अलगाववाद और उग्रवाद – ये तीनों बुराइयाँ अक्सर एक साथ पनपती हैं और इनसे मिलकर निपटना होगा।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद पहले ही पहलगाम हमले की कड़ी निंदा कर चुका है।
यह घोषणा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत को आतंकवाद के खिलाफ समर्थन मिलने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है।