चेन्नई को पूर्व मद्रास के रूप में जाना जाता है। बता दें कि यह भारत का चौथे नंबर का सबसे बड़ा प्रदेश है और दक्षिण भारत के प्रमुख पर्यटन आकर्षणों में से एक है। चेन्नई एक समृद्ध सांस्कृतिक इतिहास वाला शहर है जो अपनी संपन्न आधुनिक जीवन शैली के साथ अपनी विरासत को भी पूरी तरह संतुलित रखे हुए है। चेन्नई अपनी गगनचुंबी इमारतों के लिए प्रसिद्ध है और इसके विभिन्न हिस्सों के पुराने मंदिरों और चर्चों में काफी भीड़ रहती है।
चेन्नई समृद्ध दक्षिण-भारतीय संस्कृति में डूबा हुआ एक ऐसा शहर है, जिसमें आयामों की अधिकता है, जिनको आप एक्सप्लोर कर सकते हैं। दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा तट मरीना बीच है, जो शहर में पर्यटकों द्वारा सबसे ज्यादा घूमे जाने वाले स्थानों में से एक है।
चेन्नई का इतिहास
चेन्नई को पहले मद्रास के नाम से जाना जाता था जो वर्तमान में तमिलनाडु राज्य की राजधानी है। चेन्नई देश का मैन्युफैक्चरिंग हब है जिसकी वजह से इसको भारत का ‘भारत का डेट्रायट’ कहा जाता है। 400 साल पुराने चेन्नई शहर का इतिहास रंगीन है जिसने इसकी समृद्ध विरासत, भव्य वास्तुकला, संस्कृति और परंपराओं में बड़ा योगदान दिया है। इस क्षेत्र पर चोल, पांड्य, पल्लव और विजयनगर जैसे सभी प्रमुख भारतीय राजवंशों का शासन रहा है। बंगाल की खाड़ी के तट पर अपने आदर्श स्थान के चलते यह ब्रिटिश, बल्कि पुर्तगाली और डचों को लुभाता रहा है। इस स्थान पर 1522 में सबसे पहले आये थे जिन्होंने यहाँ सुंदर चर्च साओ टोम का निर्माण किया था। यह क्षेत्र विजयनगर साम्राज्य का हिस्सा भी था।
जब अंग्रेज आये तो उन्होंने कमज़ोर डच और पुर्तगाली सेनाओं के समर्थन से अपना वर्चस्व स्थापित कर लिया था। मद्रास प्रेसीडेंसी को 18 वीं शताब्दी के अंत में दक्षिण भारत में स्थापित किया गया था। इसके बाद रेलवे और बंदरगाहों के विकास ने शहर को अंग्रेजों के लिंचपिन बना दिया और यह प्रथम विश्व युद्ध के दौरान जर्मनों द्वारा बमबारी करने वाला एकमात्र भारतीय शहर था। देश आजाद होने के बाद मद्रास को तमिलनाडु की राजधानी के रूप में किय गया। 1980 के दशक में मद्रास श्रीलंकाई गृहयुद्ध के दौरान राजनीतिक हिंसा में घिरा हुआ था। साल 1998 में में मद्रास का नाम बदलकर चेन्नई रख दिया गया।
चेन्नई शहर पर्यटन स्थल
मरीना बीच चेन्नई का सबसे बड़ा पर्यटन स्थल है जो करीब 30,000 पर्यटकों के साथ भारत का सबसे ज्यादा भीड़ वाला समुद्र तट है। बता दें कि यह समुद्र 13
किलोमीटर की दूरी तक फैला हुआ है, जो देश का सबसे लंबा प्राकृतिक शहरी समुद्र तट है।
ब्रीजी बीच
ब्रीजी बीच चेन्नई के वाल्मीकि नगर के सुदूर और शांत पड़ोस में स्थित है। छोटा और कम प्रदूषित होने की वजह से यह शाम के समय शांतिपूर्ण तरीके से समय बिताने के लिए एक आदर्श जगह है। यह बीच बहुत ज्यादा प्रसिद्ध नहीं है जिसकी वजह से यह बेहद शांत है और इसको इलियट्स समुद्र तट के रूप में जाना जाता है। शाम के समय ब्रीजी बीच की शामें काफी सुखद और मनमोहक होती है। हाल के कुछ वर्षों में भारी संख्या में पर्यटक इस बीच कि तरफ आकर्षित हुए हैं।
एमजी फिल्म सिटी
एमजीफिल्म सिटी को वर्ष 1994 में स्थापित किया गया जिसका प्रबंधन तमिलनाडु सरकार द्वारा किया जाता है और इसको एमजी रामचंद्रन की याद में बनाया गया था जो जो न केवल प्रसिद्ध तमिल एक्टर थे बल्कि लम्बे समय तक तमिलनाडु के सीएम भी रहे। एमजीआर फिल्म सिटी तारामणि में 70 एकड़ जमीन पर एक विशाल पर्यटक स्थल है जो कई दक्षिण भारतीय फिल्मों के निर्देशकों की जगह रहा है। हाल ही में यहाँ पर एमजीआर नॉलेज पार्क खोला गया है जिसने यहाँ का आकर्षण और भी ज्यादा बढाया है।
मारुंडेश्वर मंदिर
मारुंडेश्वरर मंदिर चेन्नई के पास तिरुवनमियुर में में स्थित मारुंडेश्वर या औशदेश्वरर के रूप में शिव का मंदिर है जिनको औषधियों के देवता के रूप में पूजा जाता है। अगर आप चेन्नई की यात्रा कर रहे हैं तो आपको इस मंदिर के दर्शन करने के लिए जरुर जाना चाहिए। मारुंडेश्वर मंदिर विशेष रूप से बीमारियों वाले लोगों और उनके स्वास्थ्य के अलावा विभिन्न समस्याओं से पीड़ित लोगों लोगों के लिए पूजा स्थल रहा है।
कोली हिल्स
कोली हिल्स चेन्नई का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। माउंटेन ऑफ डेथ’, कोली हिल्स एक पर्वत श्रृंखला है जो तमिलनाडु के नामक्कल जिले में स्थित है। बता दें कि भले ही यह कोमेर्सिअल पर्यटन से जुड़ा हुआ नहीं है लेकिन इसके बाद भी इसने अपनी प्राकृतिक सुंदरता को बरकरार रखा है। यह पहाड़ सिर्फ अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए ही नहीं बल्कि अर्पापलेश्वर मंदिर के कारण भी इसका धार्मिक महत्व हिया जो भगवान शिव को समर्पित है।
अरिगनर अन्ना जूलोजिकल पार्क
अरिगनर अन्ना जूलोजिकल पार्क कांचीपुरम जिले के वंडलूर में स्थित चेन्नई का एक लोकप्रिय पिकनिक स्पॉट है। इस पार्क में आप वनस्पतियों और जीवों को एक्सप्लोर कर सकते हैं। यह पार्क बच्चों और वयस्कों दोनों के लिए पसंदिदा वीकेंड प्लेस है। अरिगनर अन्ना जूलोजिकल पार्क चेन्नई से 32 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह दक्षिण पूर्व एशिया में अपने तरह का सबसे बड़ा चिड़ियाघर है, जो 1260 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है।
अष्टलक्ष्मी मंदिर
अष्टलक्ष्मी मंदिर चेन्नई के धार्मिक स्थलों में से एक है जो बंगाल की खाड़ी के तट पर बेसेंट समुद्र तट से कुछ मीटर की दूरी पर बेसेंट नगर में स्थित है। इस मंदिर में धन और ज्ञान की देवी अष्टलक्ष्मी वास है जो भी इस मंदिर के दर्शन करने के लिए जाते हैं माता उनको आशीर्वाद देती हैं। यह मंदिर इतना ज्यादा खास है कि इसके जीर्णोद्धार पर लगभग 7 मिलियन रुपये खर्च किए गए और 1.6 करोड़ रुपये से अधिक धार्मिक महत्वपूर्ण हिंदू समारोह आयोजित करने पर खर्च किये गए थे।
वल्लुवर कोट्टम
वल्लुवर कोट्टम चेन्नई में एक मंदिर है जो रथ जैसा स्मारक है। इस मंदिर को सिद्ध शास्त्रीय तमिल कवि और संत, तिरुवल्लुवर के सम्मान में बनवाया गया था। 1970 के दशक के समय तिरुवल्लुवर के योगदान को सम्मानित करने के लिए कलाइग्नार एम. करुणानिधि द्वारा बनाया गया था। वल्लुवर कोट्टम अपनी शानदार वास्तुकला के लिए जाना जाता है, जिसकों देखने के लिए जाने के लिए सुबह का या शाम का समय सबसे अच्छा होता है।
इस्कॉन मंदिर चेन्नई अवलोकन
चेन्नई का इस्कॉन मंदिर भगवान कृष्ण को समर्पित एक मंदिर है जो दक्षिणी चेन्नई में ईस्ट कोस्ट रोड पर स्थित है। 1.5 एकड़ भूमि पर निर्मित इस्कॉन मंदिर चेन्नई तमिलनाडु का सबसे बड़ा राधा कृष्ण मंदिर है। इस मंदिर का 26 अप्रैल 2012 को आधिकारिक रूप से उद्घाटन किया गया था। इस्कॉन चेन्नई का प्रमुख धार्मिक स्थल है जिसमें राधा कृष्ण और श्री श्री नितई गौरांग सहित भगवान का पूरा परिवार शामिल है।
विवेकानंद हाउस –
विवेकानंद हाउस को आइस हाउस के नाम से भी जाना जाता है जो स्वामी विवेकानंद के अनुयायियों और अनुयायियों का तीर्थस्थल है। आपको बता दें कि इस जगह पर स्वामी विवेकानंद 1900 में छह सप्ताह तक रहे।
सैंथोम कैथेड्रल बेसिलिका
सैंथोम कैथेड्रल एक ऐतिहासिक और प्राचीन तीर्थस्थल है, जो 14 वीं से 15 वीं शताब्दी के ए डी में तत्कालीन शासनकाल पुर्तगाली द्वारा बनाया गया था। चेन्नई बीच के पास स्थित इस चर्च का नाम सेंट थॉमस के नाम पर रखा गया था, जो ईसा मसीह के प्रेरित थे। सैंथोम कैथेड्रल चेन्नई के प्रमुख आकर्षणों में से एक है। ईसाई धर्म के लोग इस स्थान पर जाते जानते हैं।
शिरडी साईं बाबा मंदिर
चेन्नई में स्थित शिरडी साईं बाबा मंदिर एक प्रमुख तीर्थ स्थल है जो तमिलनाडु में सबसे अधिक देखे जाने वाले और पूज्यनीय स्थानों में से एक है। इस मंदिर की स्थापना 1952 में नरसिंह स्वामीजी की गई थी, इस मंदिर में हर साल बड़ी संख्या में भक्त साईं बाबा के दर्शन करने के लिए आते आते हैं।
एमजीएम डिजी वर्ल्ड
एमजीएम डिजी वर्ल्डभारत के सबसे बड़े और सबसे पुराने मनोरंजन पार्क में से एक है। जो पर्यटकों को कुछ अनोखे अनुभव देता है। यह एक मनोरंजक पार्क है जो सभी उम्र लोगों को शानदार अनुभव देता है। इस पार्क की यात्रा आप अपने परिवार के साथ कर सकते हैं। बच्चों के साथ परिवार के सभी लोग इस पार्क में आनंद ले सकते हैं। एमजीएम डिजी वर्ल्ड में एक एक्वा पार्क भी है जो बहुत सारी वाटर राइड्स और अन्य गतिविधियों से भरा हुआ है।
कपालेश्वर मंदिर
कपालेश्वर मंदिर चेन्नई के मायलापुर में स्थित भगवान शिव का एक पवित्र मंदिर है। इस मंदिर का निर्माण मूल रूप से शक्तिशाली पल्लवों द्वारा किया गया था, पुर्तगाली खोजकर्ताओं ने मंदिर को नष्ट कर दिया और लगभग 16 वीं शताब्दी में विजयनगर के राजाओं ने फिर से इस मंदिर का निर्माण किया था। अगर आप इस मंदिर की यात्रा करते हैं तो आपको तमिल धार्मिक संस्कृति की झलक और दो शैलियों – द्रविड़ियन और विजयनगरी के सुंदर स्थापत्य संयोजन देखने को मिलता है। इस मंदिर पश्चिमी तरफ एक पवित्र तालाब भी है।
चेन्नई का स्थानीय भोजन
चेन्नई के स्थानीय व्यंजनों में दक्षिण भारतीय भोजन जैसे सांबर, डोसा और इडली शामिल हैं। यहाँ पर सड़क के किनारे स्टालों से लेकर अप कमिंग तक आप कई तरह के स्वादिष्ट भोजन का आनंद ले सकते हैं। इस शहर में जीवंत स्ट्रीट फूड कल्चर के साथ-साथ बेहतरीन भोजन भी उपलब्ध है। यहाँ फिल्टर कॉफी के साथ-साथ इडली, डोसा, अप्पम, वड़ा, उपमा, सांभर, परोता, चेट्टीनाड चिकन, काली मिर्च चिकन, चिकन स्टू, मीठा पोंगल, केसरी, पायसम और अन्य चीजों का स्वाद लेना न भूलें।