आज के समय में दुनियाभर के लोग ChatGPT जैसे एआई चैटबॉट्स से बातचीत कर अपना समय बिता रहे हैं। कई लोगों के लिए यह एक सहारा बन गया है, खासकर तब जब वे अकेलापन महसूस करते हैं या मानसिक तनाव में होते हैं। ऐसे में मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी बातचीत का इन चैटबॉट्स से होना अब सामान्य बात हो गई है।
कुछ लोगों को लगता है कि एआई चैटबॉट एक सस्ते ‘थैरेपिस्ट’ की तरह काम करते हैं — जो हमेशा उपलब्ध रहते हैं और आपकी बातें सुनते हैं। हालांकि, यह समझना जरूरी है कि एआई, चाहे जितना भी स्मार्ट क्यों न हो, असल में मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ नहीं होता।
एआई चैटबॉट्स कैसे काम करते हैं?
ChatGPT और अन्य जनरेटिव एआई मॉडल इंटरनेट पर उपलब्ध सार्वजनिक जानकारी से "सीखते" हैं। इन्हें इंसानों की तरह सोचने की क्षमता नहीं होती, बल्कि ये शब्दों और वाक्यों के आधार पर सबसे उपयुक्त उत्तर बनाने का प्रयास करते हैं।
उदाहरण के लिए, अगर आप पूछें, "तनावपूर्ण मीटिंग में शांत कैसे रहें?" तो एआई पहले से सीखी गई भाषा और पैटर्न का इस्तेमाल कर एक उत्तर तैयार करता है। यह प्रक्रिया इतनी तेज होती है कि कभी-कभी यह इंसानी बातचीत जैसी लग सकती है — लेकिन यह सिर्फ एक बहुत अच्छे गणितीय अनुमान का नतीजा होता है।
एआई जानकारी कहां से प्राप्त करता है?
AI मॉडल तीन मुख्य स्रोतों से जानकारी हासिल करते हैं:
1. प्रशिक्षण के दौरान सीखी गई जानकारी
एआई मॉडल को प्रशिक्षण के समय बड़े पैमाने पर सार्वजनिक डाटा से सिखाया जाता है। इसमें शोध पत्र, ई-बुक्स, ब्लॉग, समाचार, फोरम (जैसे Reddit), यूट्यूब ट्रांसक्रिप्ट आदि शामिल होते हैं।
लेकिन यह जानकारी हमेशा अद्यतन नहीं होती, और हर बार वैज्ञानिक प्रमाणों पर आधारित भी नहीं होती। ऐसे में यह जरूरी नहीं कि एआई का जवाब हर बार भरोसेमंद या आपके हित में हो।
2. बाहरी जानकारी स्रोत
कुछ एआई चैटबॉट्स को गूगल जैसे बाहरी सर्च इंजन या विशेष डेटाबेस से जोड़ा जाता है, ताकि वे अधिक अद्यतन जानकारी दे सकें। उदाहरण के तौर पर, माइक्रोसॉफ्ट का Bing Copilot अपने उत्तरों के साथ स्रोत भी दिखाता है।
कुछ विशेष मानसिक स्वास्थ्य चैटबॉट्स को वैज्ञानिक और थैरेपी आधारित गाइडलाइन्स तक पहुंच दी जाती है, जिससे वे थोड़ा ज्यादा व्यावसायिक रूप में मदद कर सकते हैं।
3. आपसे प्राप्त की गई व्यक्तिगत जानकारी
एआई चैटबॉट्स को आपने जो भी जानकारी दी है — जैसे नाम, उम्र, पिछली बातचीतें — वे उसे याद रखते हैं।
जैसे ऐप Replika, जो आपकी बातचीत को याद रखता है और उसी के अनुसार आपकी पसंद और आदतों को समझने की कोशिश करता है। यह सुनने में सहायक लगता है, लेकिन जब एक सिस्टम सिर्फ आपकी बातों में "हां" मिलाता है, तो यह एक समस्या बन सकती है जिसे "confirmation bias" या चाटुकारिता कहते हैं।
क्या एआई थेरेपिस्ट की जगह ले सकता है?
नहीं।
चैटबॉट्स आपको सतही जानकारी या तात्कालिक सहारा दे सकते हैं, लेकिन वे गहरी समझ, संवेदनशीलता, और अनुभव में एक प्रशिक्षित मानसिक स्वास्थ्य पेशेवर की बराबरी नहीं कर सकते।
जहां एक थेरेपिस्ट आपकी सोच को चुनौती देता है, वहीं एआई सिर्फ आपकी कही बातों को दोहरा सकता है।
एआई चैटबॉट्स जैसे ChatGPT मानसिक स्वास्थ्य पर जानकारी देने में सहायक हो सकते हैं, लेकिन वे विशेषज्ञ नहीं हैं। उनका ज्ञान सीमित होता है — जो डेवेलपर्स द्वारा उपलब्ध कराया गया है और वह भी हमेशा अद्यतन या वैज्ञानिक नहीं होता। ऐसे में मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी गंभीर समस्याओं के लिए प्रशिक्षित चिकित्सक या काउंसलर की मदद लेना सबसे बेहतर और सुरक्षित विकल्प है।
अगर आप किसी कठिन दौर से गुजर रहे हैं, तो कृपया किसी पेशेवर से संपर्क करें। एआई केवल मार्गदर्शन कर सकता है, समाधान नहीं।