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बॉलीवुड के अनकहे किस्से: कौन था लव स्टोरी का निर्देशक?

Date : 27-Mar-2023

 27 फरवरी 1981 को रिलीज फिल्म लव स्टोरी अपने समय की ब्लॉकबस्टर फिल्म थी। इसे जुबली कुमार उर्फ राजेंद्र कुमार ने अपने युवा बेटे कुमार गौरव को सिनेमा के पर्दे पर लाने के लिए बनाया था। फिल्म बॉबी के ऋषि कपूर की तरह कुमार गौरव भी रातों रात पूरे देश के सुपर हीरो बन गए थे। लेकिन सबसे बड़ा कमाल यह था कि फिल्म के क्रेडिट्स में निर्देशक के रूप में किसी का नाम नहीं था। क्रेडिट में लिखा गया था- ए फिल्म बाय राजेंद्र कुमार। इसके पीछे की क्या कहानी थी, इस बारे में जुबली कुमार पर सीमा सोनिक अलीमचंद द्वारा लिखी पुस्तक में कई रोचक जानकारियां दी गई हैं।

पुस्तक से ज्ञात होता है कि राजेंद्र कुमार ने इस फिल्म को सबसे पहले मनोज कुमार से डायरेक्ट करने की बात की थी, लेकिन उन्होंने खुद अपना प्रोडक्शन हाउस और उसकी फिल्मों में बिजी रहने के कारण मना कर दिया था। तब नाम आया राहुल रवैल का जो कि युवा थे और कुमार गौरव के साथ राज कपूर के असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर भी काम कर चुके थे। राजेंद्र कुमार को यह भी लगा था कि किसी वरिष्ठ निर्देशक के सामने शायद शर्मीले कुमार गौरव इतना ना खुल सकें जितना युवा राहुल के साथ खुल सकते हैं।
खैर, फिल्म पूरी हुई और इसका एक अंतिम प्रिव्यू शो संपादक डेविड धवन के साथ बंबई के डिंपल थिएटर में आयोजित किया गया, जिसे राजेंद्र कुमार यानी तुली परिवार और कुछ कर्मचारियों ने देखा। जाहिर तौर पर उत्साहित, वे सभी सांस रोक कर स्क्रीन पर बंटी (कुमार गौरव) के पहली बार आने का इंतजार कर रहे थे। लेकिन विशेष रूप से शूट किया गया ओपनिंग सीन नहीं आया। हैरान कुमार गौरव ने अपने पिता से पूछा, 'पापा, इंट्रो सीक्वेंस कहां है? मेरा मतलब... मैं हवाई जहाज़ कहाँ उड़ा रहा हूँ?' राजेंद्र कुमार खुद फिल्म से इस दृश्य के गायब होने पर इतने चकित थे कि उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। जैसे-जैसे फिल्म आगे बढ़ती गई यह स्पष्ट होता गया कि फिल्म संपादन के समय कई दिलचस्प और महत्वपूर्ण दृश्यों को हटा दिया गया है।

दो घंटे बाद जब प्रिव्यू खत्म हुआ तो राजेंद्र कुमार का चेहरा उतरा हुआ था। चिंतित राजेंद्र कुमार को उनकी पत्नी शुक्ला ने शांत करने की कोशिश करते हुए कहा, 'मियाँ, ठीक है!' हम उससे बात करेंगे...'

'कुछ भी "ठीक" नहीं है!' राजेंद्र कुमार लगभग चिल्ला पड़े थे। "यह फिल्म हमारे बेटे की लॉन्चिंग के लिए है। यह इतना महत्वपूर्ण शॉट था; इससे बंटी का फिल्म और हमारे फिल्म उद्योग में परिचय होना था.. वह उस दृश्य में एक विमान उड़ा रहा था। मैंने उस दृश्य की कल्पना की और हमने इसे लुधियाना के फ्लाइंग क्लब में विशेष तौर पर शूट किया था।"

हुआ यह था कि राहुल इस शूट पर सिर्फ एक दिन के लिए आए थे और यह कहकर चले गए थे कि मुझे बीवी-ओ-बीवी के शूट के लिए जाना है। फ्लाइंग क्लब और विमान भी राजेंद्र कुमार ने ही बुक किया था । इतना ही नहीं राधूजी (प्रसिद्ध छायाकार राधू कर्मकार) के साथ यह पूरा दृश्य राजेंद्र कुमार ने ही फिल्माया था।

राजेंद्र कुमार ने तुरंत राहुल रवैल का टेलीफोन नंबर डायल किया। जब निर्देशक लाइन पर आए तो राजेंद्र ने कहा, 'हमने प्रिव्यू देखा, लेकिन हमारे द्वारा शूट किए गए कई दृश्य गायब हैं।'

'फिल्म में उन दृश्यों की आवश्यकता नहीं थी,' राहुल ने सीधा उत्तर दिया।

उत्तर सुनकर अवाक राजेंद्र कुमार ने अपना क्रोध दबाते हुए विनम्र स्वर में कहा, 'देखो, मिस्टर राहुल रवैल, मुझे वे दृश्य बहुत पसंद थे। उन्हें वहां रहना होगा।' लेकिन राहुल ने फिर भी मानने से इनकार कर दिया, तो राजेंद्र कुमार को गुस्से में कहना पड़ा कि मिस्टर राहुल रवैल! मैं फिल्म का निर्माता हूं और आपको मेरा कहना मानना पड़ेगा।"

"अगर ऐसा है, तो आप खुद ही फिल्म पूरी क्यों नहीं कर लेते?"

राहुल ने यह कहकर मानो धमाका-सा कर दिया।

बात बिगड़ चुकी थी। बाद में राजेंद्र कुमार और खुद कुमार गौरव ने भी राहुल से बात करके मामला सुलझाने की कोशिश की लेकिन राहुल रवैल अडिग थे। उन्होंने निर्देशक के रूप में अपना नाम वापस ले लिया। इस कारण फिल्म रिलीज के लिए चार महीने लेट भी हो गई। तब तक शायद राहुल रवैल को भी यह अंदाजा नहीं रहा होगा कि यह फिल्म एक ब्लॉकबस्टर साबित होगी।

चलते-चलते

अभिनेता बनने से पहले कुमार गौरव निर्देशक के रूप में अपनी पारी शुरू करना चाहते थे। उनकी इच्छा जानकर राजेंद्र कुमार ने उन्हें अपने मित्र राज कपूर के पास भेजा जो उस समय सत्यम शिवम सुंदरम बना रहे थे। कुमार गौरव दो साल तक राज कपूर के साथ सत्यम शिवम सुंदरम के असिस्टेंट डायरेक्टर रहे। इस दौरान शुरुआत में वह अपनी गाड़ी खुद चलाकर सेट पर जाते थे। लेकिन जब वहां उन्होंने देखा कि सब पब्लिक ट्रांसपोर्ट से आते हैं तो वे भी लोकल ट्रेन और बस से आने-जाने लगे। उस समय इस यूनिट में राहुल रवैल भी थे। लव स्टोरी फिल्म से पहले राहुल रवैल ने अपनी स्वयं की फिल्म गुनहगार की थी जिसमें राजेंद्र कुमार का भी रोल था। यह फिल्म फ्लॉप रही थी । लव स्टोरी के साथ ही उन्हें बीवी हो बीवी फिल्म का निर्देशन भी सौंपा गया था।

दरअसल इस फिल्म के द्वारा राज कपूर ने रणबीर कपूर को दोबारा लांच करने की कोशिश की थी। आगे चलकर धर्मेंद्र के बड़े बेटे सनी देओल की पहली फिल्म बेताब भी राहुल रवैल ने ही निर्देशित की और वह भी सुपरहिट साबित हुई थी।

 
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