1. तुलसी- तुलसी हर भारतीय घरों की शोभा होती है. तुलसी मेटोबोलिक स्ट्रेस को कम करती है और ब्लड ग्लूकोज, ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल को कम करती है. इतना ही नहीं तुलसी का सेवन मनोवैज्ञानिक तनाव को भी कम करता है. तुलसी में पाया जाने वाला अणु यूजेनॉल उन रसायनों का दूर भगाता है जो खून की वाहिकाओं को संकुचित करते हैं और रक्तचाप को कम करते हैं. आप या तो तुलसी की कुछ पत्तियों को चबा सकते हैं या अपनी चाय में डाल सकते हैं.
2. दालचीनी- दालचीनी हर भारतीय घरों के किचेन पाई जाती है. गरम मसाला के रूप में इसका उपयोग किया जाता है. दालचीनी रक्तचाप कम करने के मामले में अत्यधिक फायदेमंद है. दालचीनी एंटी-वायरल, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण मौजूद होता है. इसमें एंटीऑक्सिडेंट के साथ-साथ एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं. अपने गुणों के कारण, दालचीनी टाइप 2 मधुमेह के खतरे को कम करने में मदद करती है.
3. मेथी दाने- मेथी या जिसे हम मेथी दाना कहते हैं, मधुमेह के लिए उपयोगी है. यह बात कई रिसर्च में साबित हो चुकी है. 10 ग्राम भीगे हुए मेथी के दाने का सेवन टाइप 2 मधुमेह को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है.
4. हल्दी- आयुर्वेद में हल्दी के कई फायदे बताए गए हैं. कोविड 19 के बाद तो हल्दी की लोकप्रियता कई गुना बढ़ गई है. हल्दी में करक्यूमिन नामक एक रसायन होता है, जो एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है जो डायबिटीज के उपचार में सहायता करता है. हल्दी को सब्जियों और दालों से लेकर दूध पीने तक में इस्तेमाल किया जा सकता है और कई बीमारियों से दूर रहा जा सकता है.
5. लहसुन- लहसुन न केवल आपके पकवान में स्वाद को बढ़ाता है, बल्कि इसके कई अन्य फायदे भी हैं. यह शरीर में नाइट्रिक ऑक्साइड के स्तर को बढ़ाकर रक्तचाप को कम कर सकता है. नाइट्रिक ऑक्साइड रक्त वाहिकाओं को आराम देती है और पतला करती है. इससे रक्तचाप कम होता है और नलिकाओं में रक्त स्वतंत्र रूप से प्रवाहित होता है.