आजकल फिटनेस के प्रति जागरूकता बढ़ने के कारण लोग डाइटिंग का सहारा लेते हैं, लेकिन असंतुलित डाइट कई स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकती है। अक्सर लोग डाइटिंग के नाम पर भोजन की मात्रा बहुत कम कर देते हैं, जिससे शरीर को आवश्यक पोषक तत्व नहीं मिल पाते और कई परेशानियाँ हो सकती हैं।
1. पेट दर्द और गैस की समस्या
डाइटिंग करते समय भोजन की मात्रा अचानक कम करने से पाचन तंत्र प्रभावित हो सकता है, जिससे गैस, पेट दर्द और अपच जैसी समस्याएँ हो सकती हैं।
2. तनाव और चिड़चिड़ापन
डाइटिंग का मतलब भूखा रहना नहीं, बल्कि संतुलित आहार लेना है। जब शरीर को पर्याप्त पोषण नहीं मिलता, तो स्वभाव में चिड़चिड़ापन और तनाव बढ़ सकता है। यदि डाइटिंग के दौरान ऐसा महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
3. अत्यधिक भूख या भूख न लगना
अगर डाइटिंग शुरू करने के बाद आपको अत्यधिक भूख लगने लगे या भूख ही न लगे, तो यह संकेत है कि आपकी डाइट संतुलित नहीं है। ऐसी स्थिति में डाइटिंग को कुछ समय के लिए रोक देना सही रहेगा।
4. अनियमित पीरियड्स
महिलाओं में डाइटिंग के कारण मेटाबॉलिज्म कम हो सकता है, जिससे हार्मोनल बदलाव होते हैं। यह अनियमित पीरियड्स का कारण बन सकता है। अगर इस तरह के लक्षण दिखें, तो डाइटिंग बंद कर तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें।
संतुलित डाइट ही सही समाधान
डाइटिंग का सही तरीका भूखा रहना नहीं, बल्कि पोषण से भरपूर संतुलित आहार लेना है। अपने शरीर की जरूरतों को समझें और कोई भी डाइटिंग प्लान अपनाने से पहले डायटीशियन या डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
