खाना का सीधा असर हमारी सेहत पर पड़ता है। हम जो भी खाते हैं, वो पेट में जाकर पूरे शरीर में असर डालता है। इसलिए खानपान पर विशेष ध्यान देना बहुत जरूरी हो जाता है। हाल के वर्षों में हमारी डाइट में काफी बदलाव आया है, जिसमें जंक फूड, मैदा, अधिक चीनी और नमक का सेवन बढ़ गया है। खाने में केमिकल और प्रिजर्वेटिव्स की मिलावट भी अब आम हो गई है। पैक्ड और प्रोसेस्ड फूड का चलन बढ़ने से पेट से जुड़ी समस्याएं भी तेजी से बढ़ रही हैं। खासतौर पर जो लोग बहुत ज्यादा तला-भुना, तीखा या चटपटा भोजन करते हैं, उन्हें पेट में जलन, गैस, कब्ज जैसी समस्याएं होना आम बात हो गई है।
ऐसे में कुछ प्राकृतिक और पोषक तत्वों से भरपूर चीजें हैं, जो पेट की सेहत को बेहतर बनाने में मदद कर सकती हैं। जैसे कि
दही का सेवन रोजाना करने से पेट में अच्छे बैक्टीरिया की संख्या बढ़ती है, जिससे पाचन ठीक रहता है और पेट हल्का महसूस होता है। दही को सुबह या दोपहर के खाने के साथ लेना सबसे अच्छा माना जाता है।
साबुत अनाज जैसे गेहूं, ओट्स, ब्राउन राइस और अन्य होल ग्रेन वाले फूड पेट के लिए बहुत लाभकारी होते हैं। इन फूड्स में मौजूद फाइबर पाचन तंत्र को सक्रिय रखते हैं और कब्ज जैसी समस्याओं से राहत दिलाते हैं।
फल में केला एक बेहतरीन विकल्प है। यह न सिर्फ पेट को ठंडक देता है, बल्कि पाचन को भी दुरुस्त करता है। केले में मौजूद पोटैशियम और अन्य पोषक तत्व गैस्ट्रोइंटेस्टिनल समस्याओं को कम करते हैं। केला खासकर उन लोगों के लिए लाभकारी है जिन्हें एसिडिटी या अपच की समस्या रहती है।
पपीता भी पाचन के लिए एक सुपरफूड माना जाता है। इसमें प्राकृतिक एंजाइम्स होते हैं जो भोजन को जल्दी पचाने में मदद करते हैं और कब्ज की परेशानी को दूर करते हैं। इसके अलावा, इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पेट में जलन और हार्टबर्न जैसी समस्याओं से राहत देते हैं।
अदरक भी पेट के लिए काफी लाभकारी है। यह जी मिचलाने, उल्टी जैसी समस्याओं को दूर करने में असरदार मानी जाती है। खासकर मॉर्निंग सिकनेस में अदरक बहुत राहत देती है। अदरक को डाइट में किसी न किसी रूप में जरूर शामिल करना चाहिए, चाहे वह चाय में हो या भोजन में।
(डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से है। किसी भी तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्या, डाइट में बदलाव या दवा लेने से पहले अपने डॉक्टर या विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लें।)