काठमांडू, 26 अप्रैल ।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले, जिसमें एक नेपाली युवक समेत कई हिंदू पर्यटक मारे गए, के विरोध में शनिवार को काठमांडू स्थित पाकिस्तानी दूतावास के सामने जोरदार प्रदर्शन हुआ। विभिन्न सामाजिक संगठनों और नागरिक समूहों ने एकजुट होकर पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी की और नेपाल में स्थित पाकिस्तानी दूतावास को बंद करने की मांग की।
सुबह से ही प्रदर्शनकारी महाराजगंज स्थित पाकिस्तानी दूतावास के बाहर एकत्र हो गए और पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ आवाज बुलंद की। प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तानी सेना प्रमुख की तस्वीरों के साथ प्रदर्शन करते हुए उन पर हमले की साजिश रचने का आरोप लगाया।
प्रदर्शनकारियों में शामिल भूपेंद्र क्षेत्री ने कहा, "पाकिस्तान लगातार आतंकवाद को शह दे रहा है। उसकी इस नीति के कारण पूरे दक्षिण एशिया में अस्थिरता और खून-खराबा फैल रहा है। पहलगाम हमले में पाकिस्तान और वहां की सेना की सीधी भूमिका है।"
प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा, लेकिन पाकिस्तान के खिलाफ आक्रोश साफ दिखाई दिया। प्रदर्शनकारियों ने नेपाल सरकार से भी मांग की कि पाकिस्तान से सभी राजनयिक संबंधों की समीक्षा की जाए और उसके दूतावास को तत्काल प्रभाव से बंद किया जाए।