चिली के मतदाता कल एक महत्वपूर्ण राष्ट्रपति चुनाव में हिस्सा लेंगे, जहाँ सत्तारूढ़ वामपंथी गठबंधन का सामना दक्षिणपंथी उम्मीदवारों की व्यापक श्रृंखला से होगा। इसी वोट के साथ देश की विधायिका का पुनर्गठन भी किया जाएगा। आठ उम्मीदवार मैदान में हैं, लेकिन किसी के भी पहले दौर में 50% से अधिक मत पाने की संभावना कम है, जिससे 14 दिसंबर को शीर्ष दो प्रत्याशियों के बीच रन-ऑफ़ लगभग तय माना जा रहा है।
हालाँकि मतदान से 15 दिन पहले जनमत सर्वेक्षणों को प्रकाशित करने पर कानूनी रोक है, लेकिन उपलब्ध अंतिम सर्वेक्षणों में सत्तारूढ़ गठबंधन की कम्युनिस्ट पार्टी की उम्मीदवार जेनेट जारा को मामूली बढ़त मिली हुई दिखी थी। उनके बाद दक्षिणपंथी रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार जोस एंटोनियो कास्ट का नाम आता है।
कल होने वाला यह मतदान चिली के लिए बेहद निर्णायक माना जा रहा है, क्योंकि मतदाता देश के राजनीतिक और आर्थिक भविष्य को दिशा देने वाले विभिन्न दृष्टिकोणों में से अपना विकल्प चुनेंगे।
