धमतरी, 12 नवंबर। ऐतिहासिक काल भैरव मंदिर का स्थापना दिवस मंगलवार 12 नवंबर को श्रद्धा और उत्साह के वातावरण में मनाया गया। सुबह अलसुबह मंदिर परिसर में विशेष पूजा-अर्चना के साथ कार्यक्रमों की शुरुआत हुई। पंडित अभिषेक शर्मा के निर्देशन में विधिविधानपूर्वक पूजन संपन्न कराया गया, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए।
पूजन के पश्चात भैरव भक्त मंडली द्वारा भंडारे का आयोजन किया गया। प्रसादी वितरण के दौरान भक्तों की लंबी कतारें लगी रहीं। श्रद्धालुओं ने बड़ी श्रद्धा से दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। मंदिर परिसर में भजन-कीर्तन का आयोजन भी हुआ, जिसमें स्थानीय कलाकारों और भक्तों ने भक्ति गीत प्रस्तुत कर पूरे वातावरण को भक्तिमय बना दिया। महाआरती में घंटा-घड़ियालों और जयकारों से पूरा मंदिर परिसर गूंज उठा।
इस अवसर पर किले के श्री राम मंदिर ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष अशोक पवार, महासचिव सुरेश तिवारी, उपाध्यक्ष सुदर्शन गुप्ता, सदस्य अभिमन्यु सिन्हा सहित अनेक श्रद्धालु उपस्थित रहे। सभी ने मिलकर मंदिर परिसर की सजावट और व्यवस्थाओं की सराहना की।
मंदिर का है ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व:
किले के श्री राम मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष दिग्विजय सिंह कृदत्त ने बताया कि काल भैरव मंदिर का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व अत्यंत विशेष है। अनुमानतः यह मंदिर 1500 से 2000 वर्ष पुराना माना जाता है। देशभर में जहाँ-जहाँ शक्ति पीठ स्थापित हैं, वहाँ पास ही काल भैरव मंदिर होने की परंपरा है। धमतरी में भी यह मंदिर शक्ति पीठ के निकट स्थित है, जिससे इसका धार्मिक महत्व और अधिक बढ़ जाता है।
