जम्मू-कश्मीर के नौगाम पुलिस स्टेशन में कल रात हुए आकस्मिक विस्फोट में नौ लोगों की मौत हो गई और 32 लोग घायल हुए। मृतकों में राज्य जाँच एजेंसी (एसआईए) का एक कर्मी, फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) की तीन सदस्यीय टीम, दो अपराध स्थल फोटोग्राफर, दो राजस्व अधिकारी और एक दर्जी शामिल हैं।
गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव (जम्मू-कश्मीर संभाग) प्रशांत लोखंडे ने बताया कि घायलों में 27 पुलिसकर्मी, दो राजस्व अधिकारी और तीन नागरिक शामिल हैं और सभी को तुरंत चिकित्सा सहायता प्रदान की गई।
उन्होंने बताया कि यह विस्फोट एक आतंकी मॉड्यूल की जांच के दौरान बरामद विस्फोटक पदार्थों और रसायनों के विशाल भंडार को संसाधित करते समय हुआ। विस्फोटक थाने के खुले क्षेत्र में सुरक्षित रूप से रखे गए थे और फोरेंसिक जांच के लिए मानक प्रक्रिया के तहत भेजे जा रहे थे।
लोखंडे ने कहा कि विस्फोटक पदार्थों की अस्थिर और संवेदनशील प्रकृति के कारण अत्यंत सावधानी बरती जा रही थी। विस्फोट से थाने की इमारत और आसपास की कुछ संरचनाओं को भी भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने स्पष्ट किया कि दुर्घटना के कारणों की जांच की जा रही है और किसी अन्य अटकल की आवश्यकता नहीं है।
