नई दिल्ली, 06 फरवरी । भारतीय सेना ने पाकिस्तान और चीन बॉर्डर के पर्वतीय इलाकों में बैटल फील्ड सर्विलांस राडार-शॉर्ट रेंज (बीएफएसआर-एसआर) लगाए हैं। इससे उच्च ऊंचाइयों पर तैनात सैनिकों से कम्युनिकेशन सिस्टम की स्कैनिंग में सुधार होने के साथ ही उच्च बाधाओं वाले जंगल के साथ-साथ बड़ी इमारतों के शहरी परिवेश में भी आसानी होगी। इसके अलावा युद्ध के मैदान और क्रूज मिसाइलों और यूएवी जैसे कम ऊंचाई वाले दुश्मन के हवाई खतरों को भांपने में मदद मिलेगी।
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने सभी मौसम में दुश्मन से सुरक्षा के लिए अत्याधुनिक हल्का, मानव-पोर्टेबल बैटरी-संचालित इलेक्ट्रॉनिक शॉर्ट रेंज युद्धक्षेत्र निगरानी राडार बीएफएसआर-एसआर विकसित किया है। यह राडार कई लक्ष्यों को एक साथ स्कैन करते समय ट्रैक करने में सक्षम है। यह राडार गतिमान लक्ष्यों का पता लगाने, ट्रैक करने और उन्हें वर्गीकृत करने में सहायता करता है। संपूर्ण राडार प्रणाली को दो सैनिकों के जरिये एक तिपाई पर संचालित किया जा सकता है। इसका वजन लगभग 27 किलोग्राम है और इसे छह मिनट के भीतर स्थापित किया जा सकता है। यह सभी मौसम की स्थिति में दिन और रात के दौरान संचालित किया जा सकता है।
यह राडार समूह में चलने वाले सैनिकों, हल्के लड़ाकू वाहनों और कम उड़ान वाले हेलीकॉप्टरों जैसे लक्ष्यों का पता लगाने, ट्रैक करने के लिए सॉफ्टवेयर एल्गोरिदम से लैस है। राडार को किसी भी हल्के वाहन पर लगाया जा सकता है। यह सेना के अलावा अर्धसैनिक बलों के लिए संभावित सेंसर भी है। बीएफएसआर को भारतीय सीमावर्ती क्षेत्रों, विशेष रूप से जम्मू और कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर घुसपैठ रोकने के लिए लगाया गया है। यह 700 मीटर की दूरी पर रेंगते हुए आदमी, 3 किमी. की दूरी पर चलने वाला आदमी, 7 किमी की दूरी पर समूह पलाटून, 10 किमी. की दूरी पर एलएसवी जबकि 14 किमी. की दूरी पर भारी वाहन का पता लगा सकता है। मौजूदा समय में भारतीय सेना 1100 से अधिक इन राडारों का इस्तेमाल कर रही है।
राडार को निगरानी, स्कैनिंग (खोज), अधिग्रहण, ट्रैकिंग, वर्गीकरण मोड में संचालित किया जा सकता है। राडार को मैन्युअल रूप से या स्वचालित स्टैंडबाय मोड में डाला जा सकता है। इसके अलावा राडार में एक बिल्ट-इन प्रशिक्षण सिमुलेटर भी होता है, जो व्यापक प्रशिक्षण सुविधाओं की आवश्यकता के बिना ऑपरेटरों के प्रशिक्षण में सहायता करता है। आगे के प्रशिक्षण मॉड्यूल पीसी पर आसानी से लोड किए जा सकते हैं। इसे सीमा निगरानी और घुसपैठ का पता लगाने के मकसद से डिजाइन किया गया है। इसका उपयोग विशेष बल इकाइयां युद्ध के मैदान की निगरानी और खुफिया जानकारी इकट्ठा करने के लिए भी कर सकती हैं, जो बड़े वायु-रक्षा राडारों की अनुपस्थिति में बेहतर सुरक्षा में सक्षम बनाता है।