केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने भारत की वैश्विक व्यापार और वाणिज्यिक सहभागिता रणनीति की समीक्षा करते हुए 61 देशों में स्थित 74 भारतीय मिशनों के वाणिज्यिक शाखा प्रमुखों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद किया।
इस उच्चस्तरीय बैठक के दौरान मिशनों ने अपनी-अपनी व्यापार संवर्धन गतिविधियों, बाजार में पहुँच से जुड़ी चुनौतियों, और क्षेत्रीय व्यापारिक अंतर्दृष्टियों पर विस्तृत प्रस्तुतियाँ दीं।
वाणिज्य मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा गया कि श्री गोयल ने इन मिशनों को भारत की आर्थिक और वाणिज्यिक कूटनीति के पहले संपर्क बिंदु के रूप में महत्त्वपूर्ण बताया। उन्होंने मिशन प्रमुखों को भारतीय निर्यात में वृद्धि और मेज़बान देशों के साथ मजबूत साझेदारी स्थापित करने में सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया।
प्रमुख बिंदु:
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मंत्री ने बाज़ार रुझानों, क्षेत्रीय विकास, और नियामक ढांचे की अद्यतन जानकारी जुटाने के लिए सक्रिय व्यापार खुफिया नेटवर्क विकसित करने पर बल दिया।
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उन्होंने विशेष रूप से विश्व व्यापार संगठन (WTO) जैसे बहुपक्षीय मंचों पर भारत के रणनीतिक हितों — जैसे:
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कृषि
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खाद्य सुरक्षा हेतु सार्वजनिक भंडारण
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मत्स्य पालन सब्सिडी
के मुद्दों पर मिशनों को नीतिगत समर्थन और समन्वय देने को कहा।
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श्री गोयल ने ज़ोर देकर कहा कि बदलते वैश्विक व्यापार परिदृश्य में भारतीय मिशनों को रणनीतिक जागरूकता, स्थानीय नेटवर्किंग, और उद्यमों के लिए नई संभावनाएँ तलाशने में अधिक सक्रिय होना चाहिए।
यह संवाद भारत की विकासोन्मुख और लचीली वैश्विक व्यापार रणनीति को मज़बूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास माना जा रहा है।