पटना, 26 जुलाई । बिहार में घटित हाल की आपराधिक घटनाओं पर केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की ओर से राज्य सरकार पर किए गए वार पर केंद्रीय मंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के संरक्षक जीतन राम मांझी ने पलटवार किया है।उन्होंने चिराग पासवान को ऐसे मामलों को सही समय और सही स्थान पर उठाने की सलाह भी भी है।
केंद्रीय मंत्री तीजन राम मांझी ने शनिवार को कहा कि चिराग पासवान को अभी राजनीति का ज्यादा अनुभव नहीं है। अभी वे नासमझ हैं। उन्होंने वह नहीं देखा, जाे लालू यादव के शासन में था। उनके पिता रहते, तो यह समझते कि आज हालत ज्यादा बेहतर हैं।
जीतन राम मांझी ने कहा कि लालू यादव के राज में कानून व्यवस्था इतनी खराब हो चुकी थी कि उच्च न्यायालय ने इसे जंगलराज बताया था। आज उच्च न्यायालय ऐसा कुछ नहीं कहती है।
मांझी ने कहा कि उन्होंने 44 साल राजनीति की है। उन्होंने देखा है कि कैसे 2005 से पहले बिहार में हर अपराध का समझौता एक अणे मार्ग में होता था। राज्य में कहीं भी अपहरण हो, उसका समझौता वहीं होता था। आज एक अणे मार्ग में ऐसा कुछ नहीं है। इसके साथ ही आज अपराध के बाद अपराधियों को बचाया नहीं जाता है। अपराधियों को गिरफ्तार किया जाता है। उन्हें सजा दिलाई जाती है।
चिराग पासवान काे सलाह देते हुए मांझी ने कहा कि चिराग को कानून व्यवस्था से इतनी परेशानी है, तो वह इसे मीडिया के सामने नहीं, बल्कि एनडीए की बैठक में उठाएं, जहां इस पर चर्चा होगी। इस तरह गठबंधन में रहकर अपनी ही सरकार के खिलाफ बोलना सही बात नहीं है।
गयाजी में होमगार्ड अभ्यर्थी से हुए सामूहिक दुष्कर्म की निंदा करते हुए मांझी ने कहा कि आरोपितों की पहचान हो गई है। उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने पीड़िता को न्याय दिलाने का भरोसा भी दिलाया।