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"दुबई में चल रहा साइबर सुरक्षा कार्यक्रम 'जीआईएसईसी ग्लोबल 2025': भारत की प्रमुख उपस्थिति"

Date : 08-May-2025

दुबई में आयोजित हो रहे दुनिया के तीसरे सबसे बड़े और MENA क्षेत्र के सबसे बड़े साइबर सुरक्षा कार्यक्रम, "जीआईएसईसी ग्लोबल 2025" का 14वां संस्करण दुबई वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में अपनी दूसरी दिनचर्या में भी जारी है। इस कार्यक्रम की उद्घाटन शेख मंसूर बिन मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम, दुबई पोर्ट्स एंड बॉर्डर्स सिक्योरिटी काउंसिल के चेयरमैन ने किया। तीन दिवसीय इस कार्यक्रम की थीम "एआई-संचालित भविष्य को सुरक्षित करना" रखी गई है।

जीआईएसईसी ग्लोबल 2025 ने 160 देशों के 750 से अधिक प्रमुख साइबर सुरक्षा फर्मों, 450 से अधिक CISO (चीफ इंफॉर्मेशन सिक्योरिटी ऑफिसर) और 25,000 आगंतुकों को एकत्र किया। दुबई वर्ल्ड ट्रेड सेंटर और UAE साइबरसिक्योरिटी काउंसिल की मेज़बानी में आयोजित इस सम्मेलन ने यूएई की बढ़ती वैश्विक डिजिटल सुरक्षा भूमिका को उजागर किया है।

भारत की उपस्थिति डेटा सिक्योरिटी काउंसिल ऑफ इंडिया (DSCI) के नेतृत्व में, भारतीय पैवेलियन द्वारा प्रमुख रही है। 15 से अधिक भारतीय प्रदर्शक विभिन्न अत्याधुनिक साइबर सुरक्षा समाधानों का प्रदर्शन कर रहे हैं, जिसमें खतरे की खुफिया जानकारी, डेटा गोपनीयता, एप्लिकेशन सुरक्षा, सुरक्षा संचालन केंद्र (SOC) और क्वांटम तकनीकों का समावेश है। यह पहल भारतीय CXO, CISO, सिस्टम इंटीग्रेटर्स और टेक इनोवेटर्स को उनके क्षेत्रीय समकक्षों से जोड़ने का लक्ष्य रखती है, ताकि साइबर सुरक्षा में उद्योग-स्तरीय सहयोग को बढ़ावा दिया जा सके।

इस साल जीआईएसईसी ग्लोबल में 350 घंटे से अधिक AI-केंद्रित साइबर सुरक्षा सामग्री उपलब्ध है, जिसमें "साइबर सुरक्षा लचीलेपन के लिए AI का उपयोग" और "AI के साथ हैकिंग" जैसे सत्र प्रमुख हैं। सम्मेलन में, AI को एक उपकरण और खतरे दोनों के रूप में संबोधित किया गया है, और लाइव प्रदर्शन के जरिए दिखाया जा रहा है कि कैसे AI-संचालित उपकरण शून्य-दिन के खतरों का पता लगाने में सक्षम हैं।

नई विशेषताओं में दुबई साइबर चैलेंज और जीआईएसईसी नॉर्थ स्टार स्टार्टअप पिच प्रतियोगिता शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, युवाओं की भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए छात्रों के हैकथॉन का आयोजन भी किया जा रहा है, जिसमें 10 स्कूली टीमें वास्तविक दुनिया की साइबर सुरक्षा चुनौतियों का समाधान निकालने के लिए प्रतिस्पर्धा कर रही हैं।

आईटीयू ग्लोबल साइबर ड्रिल में 130 से अधिक राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा प्राधिकरण और घटना प्रतिक्रिया दल भाग ले रहे हैं, जो अंतर्राष्ट्रीय साइबर लचीलेपन में सहयोग को और मजबूत कर रहे हैं। महिलाओं के लिए विशेष मंच जीआईएसईसी सीआईएसओ सर्किल साइबर सुरक्षा क्षेत्र में नेतृत्व, संवाद और मार्गदर्शन का एक महत्वपूर्ण प्लेटफॉर्म बन चुका है।

जीआईएसईसी ग्लोबल 2025 में भारत की बढ़ती उपस्थिति और वैश्विक साइबर सुरक्षा पारिस्थितिकी तंत्र के साथ इसका योगदान, वैश्विक साइबर लचीलेपन के भविष्य को आकार देने में एक प्रमुख भूमिका निभा रहा है। इस तीन दिवसीय कार्यक्रम का समापन 8 मई को होगा।

 
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