बीजिंग में आयोजित वर्ल्ड ह्यूमनॉइड रोबोट गेम्स में जापान सहित 16 देशों के 500 से अधिक ह्यूमनॉइड रोबोट्स ने हिस्सा लेकर अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन किया। चार दिनों तक चले इस अंतरराष्ट्रीय आयोजन में रोबोट्स ने खेल, कार्यों और वास्तविक जीवन से जुड़े परिदृश्यों पर आधारित कई प्रतिस्पर्धाओं में भाग लिया।
इन प्रतिस्पर्धाओं में ट्रैक एंड फील्ड, फुटबॉल, डांसिंग और किकबॉक्सिंग जैसी कुल 26 स्पर्धाएँ शामिल थीं। एक रोबोट ने 100 मीटर दौड़ मात्र 21.5 सेकंड में पूरी कर सबको चौंका दिया, जबकि अन्य रोबोट्स ने अपनी गति और संतुलन से किकबॉक्सिंग मुकाबलों में प्रभावित किया—even चोट लगने की स्थिति में भी संतुलन बनाए रखा।
हालांकि, कुछ प्रदर्शन उम्मीद के अनुरूप नहीं रहे। फुटबॉल मुकाबले के दौरान पूरी तरह स्वायत्त रोबोट्स अचानक गिर पड़े, और 400 मीटर रिले में कुछ रोबोट्स आपस में टकरा गए। एक पर्यवेक्षक ने मजाक में कहा कि जब एक रोबोट गिरा, तो अन्य भी उसके पीछे गिरते गए—मानवों के विपरीत, जो खुद को संभालने की कोशिश करते हैं।
इस आयोजन ने न केवल रोबोटिक्स के क्षेत्र में हो रही तकनीकी प्रगति को दर्शाया, बल्कि उन चुनौतियों को भी सामने रखा, जिनका समाधान भविष्य में करना अभी बाकी है। विश्व रोबोट खेलों ने यह स्पष्ट किया कि इंसानों जैसे रोबोट्स की दुनिया धीरे-धीरे साकार हो रही है—लेकिन अभी रास्ता बाकी है।