भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है 'भारत रत्न'
Date : 01-Apr-2024
भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है 'भारत रत्न'। असाधारण और सर्वोच्च सेवा को मानने के लिए यह सम्मान दिया जाता है। यह सम्मान कला, साहित्य, राजनीति, विज्ञान, उद्योग, लेखक, समाजसेवी और खेल में काम करने वाले व्यक्ति को दिया जाता है। । भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति श्री राजेन्द्र प्रसाद ने २ जनवरी १५४ में इस सम्मान की स्थापना की। नाम के साथ इस सम्मान को पदवी के रूप में भी उपयोग नहीं किया जा सकता, अन्य अलंकरणों की तरह। पहले इस सम्मान को मरणोपरान्त नहीं देना था, लेकिन 1955 में इसे जोड़ा गया। बाद में 14 लोगों को मरणोपरांत यह सम्मान दिया गया। भारत रत्न एक वर्ष में तीन लोगों को ही मिल सकता है। भारत सरकार ने महत्वपूर्ण योगदान के लिए पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्मश्री सम्मानों को भारत रत्न के बाद दिया जाता है।
भारत रत्न प्राप्त हुआ है - सी. राजगोपालाचारी, सी वी रमन, सर्वपल्ली राधाकृष्ण, भगवान दास, एम. विश्वेश्वरैया, जवाहर लाल नेहरू, गोविंद बल्लभ पंत, धोंडो केशव कर्वे, बिधान चंद्र रॉय पुरूषोत्तम दास टंडन, राजेन्द्र प्रसाद, जाकिर हुसैन, पांडुरंग वामन काणे, लाल बहादुर शास्त्री, इंदिरा गांधी, वीवी गिरि , के. कामराज ,मदर टेरेसा +, विनोबा भावे , अब्दुल गफ्फार खान ,एमजी रामचन्द्रन [डी], बीआर अंबेडकर, नेल्सन मंडेला ,राजीव गांधी , वल्लभभाई पटेल , मोरारजी देसाई, अबुल कलाम आज़ाद [ई] , जेआरडी टाटा, सत्यजीत रे, गुलजारीलाल नंदा, अरुणा आसफ अली , ए पी जे अब्दुल कलाम, एमएस सुब्बुलक्ष्मी, सी. सुब्रमण्यम, जय प्रकाश नारायण , अमर्त्य सेन, गोपीनाथ बोरदोलोई ,रविशंकर, लता मंगेशकर, बिस्मिल्लाह खान, भीमसेन जोशी, सीएनआर राव, सचिन तेंडुलकर, अटल बिहारी वाजपेयी, मदन मोहन मालवीय , प्रणब मुखर्जी, भूपेन हजारिका , नानाजी देशमुख , कर्पूरी ठाकुर , लालकृष्ण आडवाण, पीवी नरसिम्हा राव , चौधरी चरण सिंह एवं एमएस स्वामीनाथन है |