ईरानी विदेश मंत्री सैयद अब्बास अराघची ने कहा है कि ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम को लेकर बातचीत के लिए हमेशा से तैयार रहा है और आगे भी तैयार रहेगा। कल विदेशी राजदूतों और प्रतिनिधियों के साथ एक अहम बैठक में उन्होंने यह स्पष्ट किया कि यदि वार्ता दोबारा शुरू होती है, तो यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि इसका उपयोग अमेरिका या किसी अन्य पक्ष द्वारा युद्ध भड़काने के लिए न किया जाए।
अराघची ने हाल में हुई इज़राइल-ईरान टकराव की ओर इशारा करते हुए कहा कि यह स्थिति यह दिखाती है कि कूटनीति, संवाद और समझौते के माध्यम से समाधान निकालने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।
उन्होंने अमेरिका पर आरोप लगाते हुए कहा, "अमेरिका ने इज़राइल को ईरान और उसके परमाणु ठिकानों पर हमले में सहयोग देकर कूटनीति की प्रक्रिया को धोखा दिया है।"
विदेश मंत्री ने यह भी ज़ोर दिया कि किसी भी संभावित बातचीत में ईरानी जनता के परमाणु अधिकारों — विशेष रूप से घरेलू स्तर पर यूरेनियम संवर्धन — का पूरी तरह सम्मान होना चाहिए।