इस महीने की 3 जुलाई को शुरू हुई 38 दिवसीय वार्षिक श्री अमरनाथ जी यात्रा दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग ज़िले में नुनवान पहलगाम बेस कैंप और मध्य कश्मीर के गंदेरबल ज़िले में बालटाल बेस कैंप से शांतिपूर्ण और निर्बाध रूप से चल रही है। यह यात्रा रक्षा बंधन के पावन अवसर, 9 अगस्त को संपन्न होगी।
यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जम्मू-कश्मीर पुलिस ने श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर जियो-फेंसिंग निगरानी प्रणाली शुरू की है। इस उन्नत तकनीक का उद्देश्य तीर्थयात्रियों की गतिविधियों पर नजर रखना, संदिग्ध गतिविधियों की रियल टाइम में पहचान करना और किसी भी खतरे की स्थिति में तुरंत कार्रवाई करना है।
यात्रियों के काफिले श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर बहु-स्तरीय सुरक्षा घेरे में चलते हैं और सुरक्षित रूप से अपने-अपने आधार शिविरों तक पहुँचते हैं। यात्रा के 9वें दिन तक, आज शाम तक, एक लाख पैंसठ हज़ार से अधिक श्रद्धालुओं ने पवित्र अमरनाथ गुफा में शिवलिंग के दर्शन कर लिए हैं।
देश के विभिन्न हिस्सों से आए तीर्थयात्री यात्रा के दौरान की गई व्यवस्थाओं, सुविधाओं और शांतिपूर्ण वातावरण से संतुष्ट नजर आ रहे हैं। इस वर्ष श्रद्धालुओं की संख्या में रिकॉर्ड वृद्धि की उम्मीद की जा रही है। आज सुबह भगवती नगर, जम्मू स्थित आधार शिविर से 10वें जत्थे के रूप में 6400 से अधिक तीर्थयात्री रवाना हुए और सुरक्षित रूप से कश्मीर में अपने-अपने कैंपों तक पहुँच गए।