यूएई में ओडिशा समाज द्वारा आयोजित 15वीं वार्षिक जगन्नाथ रथ यात्रा एक भव्य सांस्कृतिक और आध्यात्मिक उत्सव के रूप में सामने आई, जिसमें सभी सात अमीरातों से आए 1,000 से अधिक श्रद्धालुओं ने भाग लिया। यह आयोजन न केवल एक धार्मिक अनुष्ठान था, बल्कि ओडिया प्रवासी समुदाय के लिए पहचान, परंपरा और एकजुटता का प्रतीक बन गया है।
दुबई के स्टार इंटरनेशनल स्कूल परिसर में आयोजित इस रथ यात्रा में भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और देवी सुभद्रा की पारंपरिक विधियों से पूजा की गई। मुख्य आकर्षण 'पहांडी बिजे' था, जिसमें देवताओं को विधिपूर्वक भव्य रथों तक लाया गया। इसके बाद श्रद्धालुओं ने रथ खींचने की रस्म में गहन भक्ति और उल्लास के साथ भाग लिया।
समारोह के बाद महाप्रसाद का वितरण किया गया, जिसमें 100 से अधिक ओडिया परिवारों द्वारा तैयार किया गया 'छप्पन भोग' — 56 पारंपरिक व्यंजन शामिल थे। यह पुरी की प्रसिद्ध मंदिर परंपरा को संयुक्त अरब अमीरात में जीवंत बनाए रखने का प्रयास था।
कार्यक्रम की सांस्कृतिक झलकियों में बच्चों द्वारा देवदासी नृत्य, 108 महामंत्रों का सामूहिक जाप, ओडिसी नृत्य और भजन संध्या शामिल थे, जिसने पूरे वातावरण को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर दिया।
ओडिशा समाज यूएई के अध्यक्ष अमिया मिश्रा ने कहा, "यह रथ यात्रा धार्मिक अनुष्ठान से कहीं आगे है। यह प्रवासी ओडिया समुदाय के लिए घर जैसी अनुभूति, पहचान और पीढ़ियों के बीच सांस्कृतिक सेतु का कार्य करती है।"
आज यह रथ यात्रा यूएई के भारतीय सांस्कृतिक कैलेंडर में एक प्रमुख आयोजन बन गई है, जो विभिन्न समुदायों को जोड़ते हुए भारतीय विरासत की गौरवपूर्ण झलक प्रस्तुत करती है।