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पत्रकारों को देशहित में अपनी आवाज निष्पक्ष रूप से उठानी चाहिए: कैलाश विजयवर्गीय

Date : 07-Nov-2022

 भोपाल, 07 नवंबर (हि.स.)। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने सोमवार को कहा कि आज के दौर में पत्रकारिता का परिवेश बदलता जा रहा है। पत्रकारिता का जो वरिष्ठता क्रम था वह गिर रहा है इसमें युवाओं की भागीदारी अधिक हो गई है जबकि पत्रकारिता में अनुभव की विशेष आवश्यकता है।

विजयवर्गीय ने नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स इंडिया के तत्वावधान में जर्नलिस्ट्स यूनियन ऑफ मध्य प्रदेश द्वारा होटल कैलाश में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन के मुख्य अतिथि के रूप में अपने विचार व्यक्त किए।

विजयवर्गीय ने कहा कि हमारे भारत की स्वतंत्रता में पत्रकार भाइयों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। इसको नकारा नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि पत्रकारों को अपनी आवाज निष्पक्ष रूप से देशहित में उठाना चाहिए। हमारा भारत देश विश्व गुरु बने, इसमें भी आपका विशेष योगदान होना चाहिए।

जर्नलिस्ट्स प्रोटेक्शन एक्ट के बारे में विजयवर्गीय ने कहा कि हम पूरी तरह से प्रयास करेंगे कि पत्रकार जगत के हित में शीघ्र ही जर्नलिस्ट्स प्रोटेक्शन एक्ट लागू किया जाए। इसका मैं अपनी तरफ से पूरा प्रयास करुंगा। जहां भी बात करनी होगी मैं फ्री में आपके लिए एडवोकेसी करूंगा।

कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में शामिल हुए राज्यसभा सदस्य अजय प्रताप सिंह का कहना है कि आज के इस आधुनिक दौर में पत्रकारिता का स्वरूप भी बदलता जा रहा है, पत्रकारों द्वारा समाज में अच्छाइयों और बुराइयों दोनों को उठाते रहना चाहिए परंतु जब देशहित की बात आए तो राष्ट्र सर्वोपरि है, इस भावना को दृष्टिगत रखते हुए हमेशा राष्ट्र के साथ रहना चाहिए।

उन्होंने मौजूद सभी पत्रकारों से राष्ट्रहित में निरंतर काम करने के लिए आह्वान किया। उन्होंने कहा कि जर्नलिस्ट्स प्रोटेक्शन एक्ट के लिए मैं पूरी तरह से भारत सरकार से मांग करूंगा और राज्यसभा में इसी सत्र में इस विषय को गंभीरता के साथ उठाऊंगा कि पत्रकारों के हित के लिए जर्नलिस्ट्स प्रोटेक्शन एक्ट लागू किया जाए। उन्होंने कहा कि पत्रकारों का हमेशा सम्मान होना चाहिए और सरकारों को भी पत्रकारों के हित में, चाहे आवाज किसी समस्या हो, चाहे चिकित्सा बीमा की हो और चाहे जर्नलिस्ट्स प्रोटेक्शन एक्ट की मांग पर जरूर ध्यान देना चाहिए।

राष्ट्रीय अधिवेशन को संबोधित करते हुए नेशनल यूनियन आफ जर्नलिस्ट्स इंडिया के राष्ट्रीय महासचिव एवं प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया के सदस्य प्रसन्न महंति ने कहा कि पत्रकारों के लिए आज के इस आधुनिक दौर में जर्नलिस्ट्स प्रोटेक्शन एक्ट की आवश्यकता है इसे भारत सरकार को लागू करना चाहिए उन्होंने पत्रकारों के हित में अनेक मुद्दों को उठाया और कार्यक्रम में मौजूद अतिथियों का इस ओर ध्यान आकर्षित कराया ।

नेशनल यूनियन आफ जर्नलिस्ट्स इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष रास बिहारी ने कहा कि जर्नलिस्ट्स प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने के लिए सरकार को आगे आकर सख्त कदम उठाना चाहिए और पत्रकारों के हित में पहल करना चाहिए उन्होंने कहा कि जब से देश आजाद हुआ है उसी समय से ही पत्रकारिता का विशेष महत्व है उन्होंने कहा कि आज के दौर में मीडिया की आड़ में कुछ लोग अपना धंधा चला रहे हैं उस पर रोक लगनी चाहिए और इसके लिए मापदंड भी होना चाहिए। आज के दौर में कोई भी पत्रकार बन गया है जिसके पास कोई योग्यता नहीं है वही भी पत्रकार है इससे अच्छे पत्रकारों के लिए दिक्कत पैदा होती है ऐसे लोगों का विरोध होना चाहिए जो कि पत्रकारिता को बदनाम करने में लगे हुए हैं।

रास बिहारी ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि आज के दौर में पत्रकारिता की साख गिरती जा रही है जिस पर ध्यान देना अति आवश्यक है। उन्होंने पत्रकारिता के हित में आगे कहा कि जिस प्रकार से वकीलों के लिए एलएलबी की डिग्री के पश्चात बार काउंसिल में पंजीकरण कराना होता है ठीक उसी तरह से अगर पत्रकारों के लिए भी इस प्रकार की कोई पंजीकरण व्यवस्था लागू हो जाए तो पत्रकारों के हित में होगा और इससे सही लोग ही पत्रकारिता के क्षेत्र में काम कर पाएंगे यह बहुत ही आवश्यक है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि नेशनल रजिस्टर फॉर जर्नलिस्ट्स बनाया जाए।

आज के दौर में कई लोग जो योग्य नहीं है और वह प्रेस का कार्ड लेकर काम करते देखे जा रहे हैं ऐसे लोगों का हमें विरोध करना है। उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद मौका तिथियों का पत्रकारों की समस्याओं का शीघ्र निराकरण करने एवं जर्नलिस्ट्स प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने के लिए ध्यान आकर्षित कराया। कार्यक्रम में कार्यक्रम में दिल्ली, आंध्र प्रदेश, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, छत्तीसगढ़, उड़िशा, मध्य प्रदेश उत्तर प्रदेश सहित 20 राज्यों के सैकड़ों की संख्या में आए प्रतिनिधियों ने भाग लिया गया।

हिन्दुस्थान समाचार/डॉ. मयंक चतुर्वेदी

 
 
 
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