उत्तरकाशी,(हि.स.)। अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में भारत और चीन के सैनिकों के बीच संघर्ष के बाद चीन से सटी उत्तराखंड सीमा पर सतर्कता बढ़ा दी गई है। नेलांग घाटी में सेना और अग्रिम मोर्चे पर तैनात भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल के जवान की चौकन्नी निगाह है।
उत्तरकाशी से धारचूला बॉर्डर तक इन दिनों माइनस 10 डिग्री तापमान में भारत के हिमवीर डटे हैं। गलवान घाटी के हिंसक संघर्ष के बाद दूसरी बार यहां सेना ने सतर्कता बढाई है। उत्तराखंड में उत्तरकाशी, चमोली एवं पिथौरागढ़ तक लगभग 340 किमी. में चीन सीमा है। उत्तरकाशी की नेलांग घाटी में सेना और अग्रिम मोर्चे पर तैनात भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल के जवान की चौकन्नी निगाह है।
चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी भी सामरिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है। बीते 9 दिसंबर को वायु सेना के चीता हेलीकाप्टर यहां पहुंचे थे। पांच दिसंबर की रात्रि के समय भी फाइटर प्लेन के जरिये अभ्यास किया गया था। वायुसेना के लड़ाकू विमान पहली बार उत्तरकाशी से होते हुये चीन सीमा तक रेकी करने गए थे। इस हवाई पट्टी पर वायु सेना ने पूर्व में कई बार लड़ाकू विमानों की सुरक्षित लैंडिंग और टेकऑफ करने के अभ्यास किए हैं।