इंदौर (मध्य प्रदेश), 08 जनवरी । तीन दिवसीय 'प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन' के 17वें संस्करण का रविवार को यहां आगाज हो गया। इस साल के सम्मेलन की थीम- 'प्रवासी: अमृतकाल में भारत की प्रगति के लिए विश्वसनीय भागीदार' है। सम्मेलन में 70 देशों के 3,500 से अधिक प्रवासी भाग ले रहे हैं।
विदेशमंत्री एस जयशंकर ने इस मौके पर कहा कि यह एक ऐसा युग है जहां हम अपनी संभावनाओं के बारे में आश्वस्त हैं और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से जुड़ना चाहते हैं। भारत में दुनिया के सबसे ज्यादा प्रवासी हैं। भारतीयों के बारे में जो सबसे अनोखा है वह विदेशों में अलग-अलग समुदाय के बीच हमारा बंधन है।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौरान ने सम्मेलन में हिस्सा ले रहे प्रवासी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि भारतीयों ने इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में अपनी प्रतिभा के दम पर न केवल अपना लोहा मनवाया है बल्कि कई स्थानों पर ऐसी स्थिति पैदा हुई है कि अगर भारतीय न हों तो कंपनियों का काम ठप हो जाए। गूगल, एप्पल, माइक्रोसॉफ्ट, एडोब, आईबीएम, मास्टरकार्ड जैसी कंपनियों में डेवलपमेंट लैब से लेकर बोर्ड रूम तक में आज भारतीय आसीन हैं।