राष्ट्र आज 1999 के कारगिल युद्ध के वीर योद्धा कैप्टन विक्रम बत्रा को उनके शहीदी दिवस पर श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है। उनका बलिदान भारतीय सेना की वीरता और समर्पण का अमिट प्रतीक बन चुका है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोशल मीडिया के माध्यम से कैप्टन बत्रा को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि कारगिल युद्ध में उनके अद्वितीय साहस और बलिदान ने देश सेवा में वीरता की नई मिसाल कायम की। उन्होंने कहा कि राष्ट्र हमेशा उनके योगदान को गर्व और सम्मान के साथ याद करेगा।
कारगिल युद्ध के दौरान, कैप्टन विक्रम बत्रा ने अपनी कंपनी का नेतृत्व करते हुए रणनीतिक रूप से अहम पीटी-5140 पर कब्ज़ा किया था, जिसमें उन्होंने चार दुश्मन सैनिकों को मार गिराया। इसके बाद, पीटी-4875 पर नियंत्रण के लिए एक और बेहद कठिन ऑपरेशन में उन्होंने असाधारण वीरता का परिचय दिया। इस मिशन में उन्होंने नज़दीकी मुकाबले में पाँच दुश्मनों को मार गिराया और गंभीर रूप से घायल होने के बावजूद अभियान का नेतृत्व जारी रखा।
उनकी अदम्य साहस, नेतृत्व क्षमता और देशभक्ति के लिए उन्हें मरणोपरांत परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया — जो भारत का सर्वोच्च सैन्य सम्मान है।
कैप्टन विक्रम बत्रा का जीवन और बलिदान आने वाली पीढ़ियों को देशभक्ति, निस्वार्थ सेवा और साहस की प्रेरणा देता रहेगा।