प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के बाद ब्राजील की राजधानी ब्रासीलिया पहुंचे हैं, जहां उनका स्वागत ब्राजील के रक्षा मंत्री जोस मुसियो मोंटेरो फिल्हो ने पारंपरिक सांबा रेगे प्रदर्शन के साथ किया। यह यात्रा प्रधानमंत्री मोदी की पांच देशों की विदेश यात्रा का अंतिम चरण है।
ब्रासीलिया में प्रधानमंत्री मोदी की मुलाकात ब्राजील के राष्ट्रपति लुईस इनासियो लूला दा सिल्वा से होगी, जिसमें दोनों नेता रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए व्यापक द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। इस चर्चा में व्यापार, रक्षा, ऊर्जा, अंतरिक्ष, तकनीकी सहयोग, कृषि, स्वास्थ्य और जनसंपर्क जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों को शामिल किया जाएगा।
इसके बाद, प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता भी होगी, जिसके दौरान भारत और ब्राजील चार महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापनों (MoUs) पर हस्ताक्षर करेंगे।
ब्राजील में भारत के राजदूत दिनेश भाटिया के अनुसार, ये समझौते निम्नलिखित विषयों पर आधारित हैं:
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आतंकवाद से निपटने में सहयोग
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गोपनीय सूचनाओं का परस्पर आदान-प्रदान
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अक्षय ऊर्जा में साझेदारी
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कृषि अनुसंधान में सहयोग
प्रधानमंत्री मोदी इसके बाद नामीबिया के लिए रवाना होंगे।
इससे पहले रियो डी जेनेरियो में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत के लिए जलवायु न्याय कोई विकल्प नहीं बल्कि नैतिक कर्तव्य है। उन्होंने पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य के पारस्परिक संबंध पर भी जोर दिया और बताया कि भारत की पीढ़ियों से प्रकृति के प्रति श्रद्धा की भावना रही है।
प्रधानमंत्री ने ब्राजील की ब्रिक्स अध्यक्षता की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने मंच को और अधिक प्रभावशाली बनाया। सोशल मीडिया पर उन्होंने ब्रिक्स सम्मेलन को "बहुत ही उत्पादक" बताया और कहा कि विश्व नेताओं के साथ हुई द्विपक्षीय वार्ताओं से भारत की वैश्विक मित्रता को बल मिलेगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी बताया कि 2026 में जब भारत ब्रिक्स की अध्यक्षता करेगा, तो उसका फोकस होगा:
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लचीलापन और नवाचार के माध्यम से सहयोग और स्थिरता का निर्माण
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अप्रत्याशित वैश्विक परिस्थितियों के लिए तैयार रहना
यह यात्रा भारत और ब्राजील के संबंधों को एक नई रणनीतिक ऊंचाई पर ले जाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।