मध्यपूर्व एशियाई देश यमन में फांसी की सजा पाने वाली भारतीय नर्स निमिषा प्रिया की सजा को रुकवाने के लिए कांग्रेस महासचिव एवं सांसद केसी वेणुगोपाल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है।
उन्होंने कहा कि निमिषा की रिहाई के प्रयास जारी हैं। एक्शन काउंसिल तथा उनका परिवार ‘दियाह’ यानी ब्लड-मनी देने के माध्यम से पीड़ित परिवार को समझाने की कोशिश कर रहा है, जिससे फांसी को टाला जा सके, लेकिन यमन में चल रहे गृहयुद्ध और आंतरिक अस्थिरता के कारण इस प्रक्रिया में गंभीर अड़चनें आ रही हैं।
वेणुगोपाल ने पत्र में लिखा, "स्थिति की जटिलता को देखते हुए मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि आप इस मामले में सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ हस्तक्षेप करें और यमन के अधिकारियों के साथ सभी संभव राजनयिक उपाय करने का अनुरोध कर यह सुनिश्चित करें कि मौत की सजा रद्द हो।"
37 वर्षीय निमिषा प्रिया साल 2008 में यमन गई थी। वहां कई अस्पतालों में काम करने के बाद उन्होंने एक क्लिनिक खोला, जिसमें यमनी नागरिक तलाल मेहदी को पार्टनर बनाया। मेहदी ने उनका पासपोर्ट जब्त कर लिया और उन्हें लगातार परेशान करने लगा। साल 2017 में पासपोर्ट वापस लेने की कोशिश में निमिषा ने उसे नशे का इंजेक्शन दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। इसके बाद यमन छोड़ते समय उसे एयरपोर्ट पर गिरफ्तार कर लिया गया।