पटना, 12 जुलाई। राजधानी पटना में शनिवार को महागठबंधन समन्वय समिति की बैठक में तेजस्वी यादव के चेहरे पर विधानसभा (विस) चुनाव लड़ने पर सहमति बनी।
बिहार विधानसभा नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के पोलो रोड स्थित आवास पर आज दोपहर बाद हुई महागठबंधन समन्वय समिति की बैठक करीब चार घंटे तक चली। इस बैठक में सभी पार्टियों ने तेजस्वी यादव के चेहरे पर ही चुनाव लड़ने पर सहमति जतायी। राजद की ओर से बैठक होने के बाद कहा गया कि तेजस्वी यादव के चेहरे पर गठबंधन में कोई संशय नहीं है, उन्हें मुख्यमंत्री का चेहरा मानने पर सभी (घटक दल) संतुष्ट हैं।
राजद प्रवक्ता शक्ति यादव ने बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में बताया कि नीतीश सरकार के पास कोई विजन नहीं है। उन्होंने कहा कि सत्ताधारी गठबंधन में जिसको जो सीट मिल जाए, वही सीट ले लेगा। मगर महागठबंधन में आंतरिक लोकतंत्र है। सभी को सम्मानजनक सीटें दी जाएंगी।
इससे पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की अध्यक्षता आईएनडीआई गठबंधन की बैठक में पहले समन्वय समिति की मीटिंग हुई, इसके बाद सभी उपसमितियों की बैठक हुई। करीब 4 घंटे तक चली इन बैठकों में गठबंधन के नेताओं ने आगामी बिहार विधानसभा चुनाव की रणनीति पर गहनता से चर्चा की। उप समिति ने समन्वय समिति के सदस्यों को अपनी रिपोर्ट पेश की। बैठक में यह तय किया गया कि चुनाव आयोग के मतदाता गहन पुनरीक्षण के मुद्दे पर महागठबंधन गांव-गांव जाएगा।
राजद सांसद अभय कुशवाहा ने कहा कि मतदाता पुनरीक्षण के मसले पर हम एकजुट हैं। सरकार में बैठे लोग अपनी सीट शेयरिंग की चिंता करें। महागठबंधन में सीट और चेहरा को लेकर कोई संशय नहीं है। उन्होंने बिहार में अपराध की घटनाएं बढ़ने का दावा करते हुए नीतीश सरकार पर सवाल भी उठाए।
मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रवक्ता देव ज्योति ने वादा किया कि बिहार में महागठबंधन की सरकार बनी तो 60 दिनों के भीतर कानून व्यवस्था सुधर जाएगी। कांग्रेस नेता अभय दुबे ने भी कहा कि महागठबंधन में सीटों को लेकर कोई द्वंद नहीं है। सभी पार्टियां एकजुट हैं।