नई दिल्ली, 12 दिसंबर । अभिनेता रजनीकांत के 75वें जन्मदिन पर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, अभिनेता कमल हसन, उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य सहित तमाम नेताओं ने उन्हें शुभकामनाएं दीं। इन नेताओं ने उन्हें फिल्म इंडस्ट्री की सुपरस्टार बताते हुए उनके अच्छे स्वास्थ्य की कामना की। केशव मौर्य ने एक्स पोस्ट में कहा कि भारतीय सिनेमा के सर्वश्रेष्ठ सम्मान 'दादा साहेब फाल्के पुरस्कार' से सम्मानित प्रसिद्ध अभिनेता रजनीकांत को जन्मदिन की शुभकामनाएं।
उन्होंने भगवान श्रीराम से उनके दीर्घायु और हमेशा स्वस्थ व प्रसन्न रहने की कामना की। मुख्यमंत्री स्टालिन ने कहा कि रजनीकांत, ऐसा चार्म जो उम्र को मात दे दे! एक ऐसी वाक्पटुता जो स्टेज पर आते ही सबको खुश कर देती है! मेरे दोस्त सुपरस्टार रजनीकांत को जन्मदिन की शुभकामनाएं! वह और भी कई सफल काम करते रहें तथा लोगों के प्यार और सपोर्ट से अपनी जीत का परचम लहराते रहें! अभिनेता कमल हसन ने कहा कि एक शानदार जिंदगी के 75 साल… महान सिनेमा को अपने 50 साल देने वाले मेरे प्यारे दोस्त रजनीकांत जन्मदिन मुबारक हो। तमिलनाडु भाजपा के पूर्व अध्यक्ष के अन्नामलाई ने कहा, मैं प्यारे और सम्मानित सुपरस्टार रजनीकांत को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं, जो आज अपना 75वां जन्मदिन मना रहे हैं। एक साधारण पृष्ठभूमि से आने वाले, वह अपनी कड़ी मेहनत और अच्छे गुणों से 50 सालों से इंडियन फिल्म इंडस्ट्री में टॉप पर हैं।
उन्होंने अपने चार्म से बड़ों से लेकर बच्चों तक, तीन पीढ़ियों को मोहित किया है। मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि महान राष्ट्रवादी और संस्कारी सुपरस्टार अच्छी सेहत के साथ और भी कई साल जिएं। अभिनेता उदय ने कहा कि सुपरस्टार रजनीकांत सर को उनके जन्मदिन पर मेरी शुभकामनाएं! रजनी सर, जो इंडियन फिल्म इंडस्ट्री में सबसे आगे चमकते हैं, हमारा मनोरंजन करते रहें। मैं उनके अच्छे स्वास्थ्य की कामना करता हूं। उल्लेखनीय है कि 12 दिसंबर 1950 को बेंगलुरु के एक मराठी परिवार में जन्में रजनीकांत का बचपन कई कठिनाइयों से गुजरा।
सुपरस्टार बनने से पहले उन्होंने बस कंडक्टर, कुली जैसे काम किए, फिर मद्रास फिल्म इंस्टीट्यूट से एक्टिंग सीखी और तमिल सिनेमा के दिग्गज बने, जो अपने अनोखे अंदाज और दक्षिण भारतीय सिनेमा में अपार प्रभाव के लिए जाने जाते हैं। रजनीकांत ने 1975 में 'अपूर्व रागंगल' से तमिल सिनेमा में डेब्यू किया, जहां से उनकी किस्मत बदल गई। फिर एक के बाद एक 'बिल्ला' (1980) और 'मुराट्टू कालाई' (1980) जैसी कई सुपरहिट फिल्में कीं। उन्होंने अमिताभ बच्चन के साथ 'अंधा कानून' (1983) और 'हम' (1991) जैसी कई बॉलीवुड फिल्मों में भी काम किया। उनकी कड़ी मेहनत को देखते हुए, उन्हें पद्म भूषण और पद्म विभूषण जैसे प्रतिष्ठित नागरिक सम्मानों से सम्मानित किया गया।
