कितना खास है C-295 एयरक्राफ्ट, जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री मोदी जी ने किया
Date : 28-Oct-2024
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और स्पेन के पीएम पेड्रो सांचेज ने सोमवार को गुजरात के वडोदरा में C-295 एयरक्राफ्ट के निर्माण के लिए टाटा एयरक्राफ्ट कॉम्प्लेक्स का उद्घाटन किया। यह भारत में मिलिट्री एयरक्राफ्ट के लिए प्राइवेट सेक्टर की पहली असेंबली लाइन है। इस डील के तहत वडोदरा फैसिलिटी में कुल 56 मिलिट्री टेक्टिकल ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट बनाए जाएंगे, जिनमें से 16 एयरक्राफ्ट को एयरबस सीधे डिलीवर करेगी। C-295 एयरक्राफ्ट की निर्माण प्रक्रिया से भारत को ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट के निर्माण में दक्षता हासिल होगी। आइए, इसकी खासियतों पर नज़र डालते हैं।
C-295 की क्षमता 5 से 10 टन है और यह इंडियन एयरफोर्स के Avro-748 विमानों को रिप्लेस करेगा। एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, C-295 एक बेहतर विमान माना जाता है, जो 71 सैनिकों या 50 पैराट्रूपर्स को रसद के साथ उन स्थानों पर पहुंचा सकता है जहां भारी एयरक्राफ्ट नहीं जा सकते।
यह विमान 260 नॉट की स्पीड से उड़ान भर सकता है और छोटी हवाई पट्टियों से भी उड़ान ले सकता है। यह कच्ची, सॉफ्ट, रेतीली या घास वाली हवाई पट्टियों पर भी लैंड कर सकता है।
C-295 लगातार 11 घंटे तक उड़ान भर सकता है और हर मौसम में कार्यशील रह सकता है। यह रेगिस्तान से लेकर समुद्री इलाकों में, दिन और रात, अपने मिशनों को पूरा कर सकता है। घायलों के परिवहन के लिए इसे एक ICU के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
इसमें हवा से हवा में फ्यूल भरने की सुविधा भी है, और रैंप डोर की मदद से एयरक्राफ्ट में मौजूद सैनिकों और कार्गो को ड्रॉप किया जा सकता है। रिपोर्ट के अनुसार, सभी 56 एयरक्राफ्ट में भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड और भारत डायनेमिक्स लिमिटेड के बनाए स्वदेशी इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट भी लगाए जाएंगे।
C-295 की उड़ान की ऊंचाई 30,000 फीट तक हो सकती है। इस एयरक्राफ्ट का उपयोग चाड, इराक और अफगानिस्तान में किया गया है, और यह ब्राजील के गर्म जंगलों और कोलंबिया के पहाड़ों में भी उड़ान भरता रहा है। इसके अलावा, C-295 ने पोलैंड, फिनलैंड और कजाकिस्तान के ठंडे इलाकों में भी सफल उड़ानें भरी हैं।