आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) अब सिर्फ भविष्य की बात नहीं, बल्कि आज की हकीकत बन चुका है। यह तकनीक हर सेक्टर में तेजी से अपनी पकड़ बना रही है, जहां एक ओर यह काम को आसान कर रही है, वहीं दूसरी ओर लाखों नौकरियों के लिए चुनौती भी खड़ी कर रही है। हाल ही में माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स ने AI को लेकर एक अहम बयान दिया है, जिससे नौकरीपेशा लोगों की चिंताएं बढ़ सकती हैं।
AI से नौकरियों पर खतरा?
बिल गेट्स का मानना है कि आने वाले सालों में AI कई तरह की नौकरियों को पूरी तरह से बदल देगा या खत्म कर देगा। खासकर वे नौकरियां जिनमें दोहराए जाने वाले काम शामिल हैं – जैसे डेटा एंट्री, बेसिक एनालिसिस, या रूटीन रिपोर्टिंग। इन कामों में मशीनें इंसानों से तेज, सस्ती और लगातार काम करने में सक्षम होती जा रही हैं।
लेकिन, ये 3 प्रोफेशन 100 साल तक रहेंगे सुरक्षित!
हालांकि AI से नौकरियों का परिदृश्य बदल रहा है, बिल गेट्स ने यह भी स्पष्ट किया है कि कुछ पेशे ऐसे हैं जो AI के प्रभाव से सुरक्षित रहेंगे – और आगे भी रहेंगे। इन क्षेत्रों में इंसानी दिमाग की रचनात्मकता, समस्या-समाधान की क्षमता और जमीनी समझ की हमेशा जरूरत बनी रहेगी।
आइए जानते हैं वे तीन प्रोफेशन कौन से हैं जो AI के युग में भी 100 साल तक सुरक्षित माने जा रहे हैं:
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सॉफ्टवेयर डेवलपर्स / कोडर्स: भले ही AI ने कोडिंग के क्षेत्र में बड़ी प्रगति की हो, लेकिन जटिल समस्याओं का समाधान खोजने, सिस्टम डिजाइन करने और एरर फिक्सिंग जैसे कामों के लिए अभी भी इंसानी विशेषज्ञता जरूरी है। AI अभी खुद इतना सक्षम नहीं है कि बिना इंसानी मार्गदर्शन के पूरी सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट साइकिल को संभाल सके।
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एनर्जी सेक्टर एक्सपर्ट्स: ऊर्जा उत्पादन और प्रबंधन एक जटिल और बहुआयामी क्षेत्र है। इसमें तेल और गैस, परमाणु ऊर्जा, या नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों से संबंधित डेटा के साथ-साथ नीतियों, पर्यावरणीय प्रभाव और स्थिरता जैसे पहलुओं को समझने की जरूरत होती है। ये ऐसे क्षेत्र हैं जहां AI अकेले निर्णय लेने में सक्षम नहीं है।
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जीवविज्ञानी (Biologists): जीव विज्ञान का क्षेत्र इंसानी समझ, रचनात्मक सोच और अज्ञात समस्याओं को सुलझाने की जिज्ञासा पर आधारित है। AI बेशक पुराने डेटा के आधार पर विश्लेषण कर सकता है, लेकिन वह किसी नई खोज या थ्योरी को जन्म नहीं दे सकता। नई दवाओं, बीमारियों की जड़ों और जैविक प्रक्रियाओं को समझने के लिए वैज्ञानिकों की सोच और प्रयोग अनिवार्य हैं।