- कॉप-27 में गुटेरेस की पाकिस्तान को मदद की अपील और सऊदी अरब के प्रिंस क्रॉउन की संभावित यात्रा को भी महत्व
नई दिल्ली, 08 नवंबर (हि.स.)। पाकिस्तान से मंगलवार को प्रकाशित अधिकांश समाचार पत्रों ने सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर होने वाले हमले के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने की खबरें प्रमुखता से प्रकाशित की हैं।
अखबारों ने लिखा है कि एफआईआर में किसी को नामजद नहीं किया गया है। आतंकवाद विरोधी धाराएं शामिल की गई हैं। इसमें इमरान के जख्मी होने का जिक्र किया गया है। अदालत ने कहा कि राष्ट्रीय नेता पर कातिलाना हमला हुआ है। हम सब परेशान हैं। मामले की नजाकत को समझें। सबूत मिटा दिए गए तो सबूत विवादित हो जाएंगे। फौजदारी व्यवस्था में इंसाफ रुकना नहीं चाहिए।
पीटीआई ने इमरान खान पर हुए हमले की एफआईआर दर्ज होने पर टिप्पणी करते हुए कहा है कि एफआईआर में नामजद लोगों को शामिल नहीं किया गया है। फरमाइशी एफआईआर रद्द करते हैं। मुद्दई से एफआईआर का हक भी छीन लिया गया।
अखबारों ने इमरान खान के जरिए राष्ट्रपति आरिफ अलवी को पत्र लिखे जाने की खबरें दी है। पत्र में कहा गया है कि झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं। गिरफ्तारियां हो रही हैं। हिंसा की जा रही है। राष्ट्राध्यक्ष और सुप्रीम लीडर होने के तौर पर आप से गुजारिश है कि इस मामले का नोटिस लें।
अखबारों ने काहिरा में होने वाले कॉप 27 सम्मेलन में पाकिस्तान में आई बाढ़ से होने वाली तबाही को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस की कर्ज देने वाले देशों से छूट दिए जाने की अपील को भी महत्व दिया है। प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा है कि तबाही और नुकसान की भरपाई करने के लिए मुझे उम्मीद है दुनिया आगे आएगी। उन्होंने कहा कि लाखों व्यक्तियों को पनाह दी गई। लोगों को रोजगार की जरूरत है। जलवायु परिवर्तन के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संयुक्त चार्टर बनाने की जरूरत है।
अखबारों ने सऊदी अरब के प्रिंस क्रॉउन मोहम्मद बिन सलमान के 21 नवंबर को पाकिस्तान आने की खबरें भी दी हैं। अखबारों ने बताया कि उनकी यात्रा के दौरान 14 अरब डॉलर के अतिरिक्त बेलआउट पैकेज के ऐलान की संभावना जताई जा रही है। अखबारों ने चीन का एक बयान भी छपा है, जिसमें कहा गया है कि पाकिस्तान की राजनीतिक परिस्थितियों पर उसकी गहरी नजर है। पाकिस्तान की मदद करने की कोशिश की है और आइंदा भी करेंगे।
अखबारों ने कर्नाटक में दलित जोड़े को मंदिर में शादी की अनुमति देने से इनकार किए जाने की खबरें भी दी हैं। अखबारों ने सुप्रीम कोर्ट के जरिए 19 वर्षीय लड़की की बलात्कार के बाद हत्या किए जाने के मामले में तीन आरोपितों को बरी किए जाने की खबरें भी दी हैं। अखबार ने बताया कि 2012 में हरियाणा के रेवाड़ी के एक खेत से इस लड़की की लाश मिली थी। उसका अपहरण के बाद बलात्कार किया गया था और तेजाब से जला भी दिया गया था। यह सभी खबरें रोजनामा पाकिस्तान, रोजनामा नवाएवक्त, रोजनामा खबरें, रोजनामा दुनिया, रोजनामा एक्सप्रेस, रोजनामा जंग और रोजनामा औसाफ आदि के पहले पन्ने पर प्रकाशित की गई हैं।
रोजनामा खबरें ने टोरंटो समेत कनाडा के कई शहरों में स्वतंत्र खालिस्तान राज्य के लिए होने वाले रेफरेंडम के दूसरे चरण की शुरुआत होने की खबर छापी है। सिख फॉर जस्टिस के जरिए कराए जा रहे इस रेफरेंडम में हजारों सिख मर्द व महिलाएं वोट डालने पहुंच रहे हैं। भारत के पंजाब से संबंध रखने वाले 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोग वोट डाल रहे हैं। रेफरेंडम में शामिल होने वाले लोग कह रहे हैं कि हम एक संवैधानिक और कानूनी रास्ता अपना रहे हैं।
रोजनामा एक्सप्रेस में बिहार के एक गांव में एक महिला को डायन घोषित कर उसे जिंदा जलाकर मार दिए जाने की खबर छपी है। गया जिले में चुड़ैल होने के आरोप में महिला को उसके घर में जिंदा जला दिया गया है। अखबार का कहना है कि महिला की मौके पर ही मौत हो गई है। महिला की पहचान 45 वर्षीय अर्जुन दास की पत्नी बसंती देवी के तौर पर की गई है।
हिन्दुस्थान समाचार/ एम ओवैस/दधिबल